हमीरपुर: उपमंडल भोरंज के हैप्पी क्लब धमरोल ने करोना महामारी के दौरा में एक नई मिसाल पेश की है. हैप्पी क्लब धमरोल ने 'सुख में भी साथ दुख में भी साथ' की बात को ध्यान में रखकर बडैहर में जरूरतमंद लोगों को फ्री में खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई. अमीर लोग जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री फंड में पैसा देकर लोगों की मदद कर रहे हैं. वहीं, कुछ दिहाड़ीदारों ने संकट की इस घड़ी में समाजसेवा की ऐसी अलख जगाई कि आज इनका नाम हर किसी की जुबां पर हैं.
दिहाड़ी करते सदस्य
लॉकडाउन के चलते उपमंडल भोरंज में प्रवासी गरीब लोग जिनके पास खाने के लिए राशन तक नहीं था. इन लोगों के लिए हैप्पी क्लब धमरोल मसीहा बनकर सामने आया. हैप्पी क्लब के वॉलिंटियर्स ने दिहाड़ी मजदूरी से लगाकर जमा की अपनी सारी पूंजी से गरीब और प्रवासी मजदूरों की मदद में खर्च कर दी. इन मजदूरों ने उपमंडल भोरंज में लगभग दो ट्रक से 22 टन लगभग 22 हजार किलो राशन और सब्जियां वितरित कीं. यहां पर यह बात इसलिए विशेष हो जाती है कि इस क्लब के सदस्य खुद दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इन्होंने 22 टन राशन-सब्जियों के साथ मास्क और सेनिटाइजर गरीबों में वितरित करके इन्होंने एक मिसाल पेश की है. वहीं जिन लोगों की इन मजदूरों ने मदद की उनका कहना है कि हमारे पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं था. हमें हैप्पी क्लब के वॉलिंटियर्स ने राशन देकर मदद की. इसे हम जिंदगी भर नहीं भूल सकते.
योगदान का आया विचार
क्लब के अध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया की हमने 22 टन राशन गरीबों व प्रवासी मजदूरों को वितरित किया, क्योंकि अपने लिए तो सभी जीते हैं, लेकिन देश में करोना महामारी फैली हुई है जिसके चलते गरीब लोगों को राशन तक नहीं मिल पा रहा था. कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए इसलिए लोगों की मददा का मन में विचार आया. वहीं अन्य सदस्य पंकज का कहना है कि हमने राशन के अलावा अलावा सेनिटाइजर और मास्क सहित गांव में सफाई अभियान भी चलाया है.
बहुत बड़ा काम किया
पंचायत के प्रधान विजय कुमार ने बताया कोरोना संकट में हैप्पी क्लब के लोगों ने जिनके पास राशन नहीं था उनके लिए राशन की व्यवस्था कराई. उन्होंने 22 टन अनाज, सब्जियां या अन्य सामान जरूरतमंदों तक पहुंचाकर एक मिसाल पेश की है.