हमीरपुर: हार के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल 5 साल से लोगों की सेवा में सुजानपुर में डटे रहे. देश की सरहद पर सेवा करने वाले कैप्टन रंजीत सिंह को जिताकर यह सीट धूमल की झोली में डालनी है. एक फौजी को जिताकर पूरे प्रदेश में यह संदेश देना है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की जीत हुई है. आईपीएल के चेयरमैन एवं बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रंजीत सिंह के लिए चुनाव प्रचार करते हुए यह बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि सरहद पर जब सैनिक शहीद होता था तो पहले उसका केवल सामान, ट्रंक, बिस्तर ही घर वापस पहुंचता था, लेकिन आज अगर कोई सैनिक कहीं भी शहीद हो उस का पार्थिव शरीर भी घर पहुंचता है. शहादत के बाद सैनिक यह सम्मान देने का कार्य भारतीय जनता पार्टी की सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने किया है.उन्होंने कहा कि वन रेंक वन पेंशन, सर्जिकल स्ट्राइक की या सैनिकों के मान सम्मान की बात हो आज कुछ भी हुआ है जो उसका सारा श्रेय भारतीय जनता पार्टी को जाता है.
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने 2017 का विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद बीते 5 वर्षों से सुजानपुर क्षेत्र के लोगों की सेवा की है. विकास कार्यों को गति दी है. उन्होंने क्षेत्र की जनता को कभी यह महसूस होने नहीं दिया कि वह आपके साथ नहीं है. चुनाव हारने के सप्ताह बाद में लोगों से मिलने के लिए उनके काम करने के लिए धरातल पर उतर गए थे. उन्होंने पूरे 5 साल काम किया है. अब सबको उनके लिए कुछ करना है.
विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ-साथ विशेष रूप से पूर्व सैनिकों को मोर्चा संभालना है. पूर्व सैनिक भाजपा प्रत्याशी को जिताकर जीत प्रेम कुमार धूमल की झोली में डालनी है ताकि पूरे प्रदेश और देश में यह संदेश जाए की सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से कैप्टन के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की जीत हुई है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आने वाले 10 दिन आपको भारतीय जनता पार्टी को देने हैं.
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