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हिमाचल में जन-जन तक पहुंच रही जन औषधि, आवश्यक दवाइयां सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध - Special story on himachal hospitals

सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही जन औषधि केंद्र भी मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया गया है. इसके अलावा सिविल सप्लाई की दवाइयों की दुकान भी मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद है जिसमें बाजार से सस्ते दामों पर मरीज दवाइयां खरीद सकते हैं. हिमाचल के सभी जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों से लेकर प्राइमरी हेल्थ सेंटर में WHO के तहत निर्धारित सूची जारी की गई है. WHO के तहत जरूरी दवाओं की सूची में 400 दवाइयां शामिल हैं, लेकिन हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इनमें से 300 दवाएं उपलब्ध तो कांगड़ा जिला अस्पताल में 330 दवाइयां जेनेरिक अस्पताल में उपलब्ध हैं.

जन औषधि केंद्र
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Published : Dec 23, 2020, 5:39 PM IST

Updated : Dec 23, 2020, 8:19 PM IST

हमीरपुर/कांगड़ा: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में मरीजों को जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं. WHO के तहत जरूरी दवाओं की सूची में 400 दवाइयां शामिल हैं, लेकिन हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इनमें से 300 दवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं.

इसके पीछे का कारण यह है कि जरूरी दवाओं में कुछ ऐसी दवाएं भी शामिल हैं जो विभिन्न कार्यक्रमों के तहत मरीजों को उपलब्ध करवाई जाती हैं. वहीं, ओपीडी में आमतौर पर 300 के करीब दवाइयों की जरूरत रहती है.

जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता के लिए कमेटी का गठन

इन दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बाकायदा मेडिकल कॉलेज में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की सिफारिश के बाद ही जेनेरिक दवाइयों की सूची को फाइनल करने मेडिकल कॉलेज समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करवाई जाती हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अन्य संस्थानों के लिए अलग से प्रक्रिया अपनाई जाती है.

वीडियो रिपोर्ट.

मरीज कपिल का कहना है कि उसे जेनेरिक दवाइयां मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फार्मेसी से निशुल्क मिली हैं. उसे केवल दो दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ी है, जिन पर 200 रुपये खर्च हुए हैं.

जन औषधि केंद्र मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के संचालक अश्वनी कुमार ने कहा कि ये दवाइयां बाजार में मिलने वाली दवाइयों से 50% कम कीमत पर उपलब्ध रहती हैं. उन्होंने कहा कि जब अस्पतालों में इस तरह की कोई कमी हो जाती है तो वह यहां से ऑर्डर कर दवाई खरीद लेते हैं. इसके अलावा मरीजों को भी ये दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं.

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आरके अग्निहोत्री का कहना है कि 300 से अधिक जेनेरिक दवाइयों मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में हर वक्त उपलब्ध रहती हैं. हालांकि सरकार की सूची में 400 दवाइयां हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 300 दवाइयों की जरूरत पड़ती है.

इसके लिए बकायदा एक कमेटी का गठन किया गया है जो इस कार्य को करती हैं. सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही जन औषधि केंद्र भी मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया गया है. इसके अलावा सिविल सप्लाई की दवाइयों की दुकान भी मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद है जिसमें बाजार से सस्ते दामों पर मरीज दवाइयां खरीद सकते हैं.

अस्पताल के दर्जे के हिसाब से जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता

वहीं, कांगड़ा जिला अस्पताल में 400 में से 330 दवाइयां जेनेरिक अस्पताल में उपलब्ध है. दर्जे के हिसाब से अस्पताल में जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता है. हेल्थ सब सेंटर में 62 दवाइयां उपलब्ध हैं. PHC में 147 दवाइयां उपलब्ध हैं. सिविल अस्पताल में 216 दवाइयां उपलब्ध हैं. वहीं, जिला अस्पताल में 330 दवाइयों की उपलब्धता है.

हमीरपुर/कांगड़ा: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में मरीजों को जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं. WHO के तहत जरूरी दवाओं की सूची में 400 दवाइयां शामिल हैं, लेकिन हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इनमें से 300 दवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं.

इसके पीछे का कारण यह है कि जरूरी दवाओं में कुछ ऐसी दवाएं भी शामिल हैं जो विभिन्न कार्यक्रमों के तहत मरीजों को उपलब्ध करवाई जाती हैं. वहीं, ओपीडी में आमतौर पर 300 के करीब दवाइयों की जरूरत रहती है.

जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता के लिए कमेटी का गठन

इन दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बाकायदा मेडिकल कॉलेज में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की सिफारिश के बाद ही जेनेरिक दवाइयों की सूची को फाइनल करने मेडिकल कॉलेज समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करवाई जाती हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अन्य संस्थानों के लिए अलग से प्रक्रिया अपनाई जाती है.

वीडियो रिपोर्ट.

मरीज कपिल का कहना है कि उसे जेनेरिक दवाइयां मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फार्मेसी से निशुल्क मिली हैं. उसे केवल दो दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ी है, जिन पर 200 रुपये खर्च हुए हैं.

जन औषधि केंद्र मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के संचालक अश्वनी कुमार ने कहा कि ये दवाइयां बाजार में मिलने वाली दवाइयों से 50% कम कीमत पर उपलब्ध रहती हैं. उन्होंने कहा कि जब अस्पतालों में इस तरह की कोई कमी हो जाती है तो वह यहां से ऑर्डर कर दवाई खरीद लेते हैं. इसके अलावा मरीजों को भी ये दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं.

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आरके अग्निहोत्री का कहना है कि 300 से अधिक जेनेरिक दवाइयों मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में हर वक्त उपलब्ध रहती हैं. हालांकि सरकार की सूची में 400 दवाइयां हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 300 दवाइयों की जरूरत पड़ती है.

इसके लिए बकायदा एक कमेटी का गठन किया गया है जो इस कार्य को करती हैं. सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही जन औषधि केंद्र भी मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया गया है. इसके अलावा सिविल सप्लाई की दवाइयों की दुकान भी मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद है जिसमें बाजार से सस्ते दामों पर मरीज दवाइयां खरीद सकते हैं.

अस्पताल के दर्जे के हिसाब से जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता

वहीं, कांगड़ा जिला अस्पताल में 400 में से 330 दवाइयां जेनेरिक अस्पताल में उपलब्ध है. दर्जे के हिसाब से अस्पताल में जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता है. हेल्थ सब सेंटर में 62 दवाइयां उपलब्ध हैं. PHC में 147 दवाइयां उपलब्ध हैं. सिविल अस्पताल में 216 दवाइयां उपलब्ध हैं. वहीं, जिला अस्पताल में 330 दवाइयों की उपलब्धता है.

Last Updated : Dec 23, 2020, 8:19 PM IST
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