हमीरपुर: जिला हमीरपुर में बस स्टैंड के पास एक ढाबे में नान और छोले खाने से चार युवक फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आ गए है. चारों युवकों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में भर्ती किया गया है. उपचार के बाद युवकों की हालत स्थिर बताई जा रही है.
बता दें कि 2 दिन पूर्व खाद्य एवं सुरक्षा विभाग हमीरपुर ने बाजार में खाद्य सामग्री के सैंपल जांचे थे. इसके बाद भी घटिया क्वालिटी की बीमार कर देने वाली खाद्य सामग्री बाजार में धड़ल्ले से बिक रही है. ऐसे में विभागीय कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
खाद्य एवं सुरक्षा विभाग हमीरपुर के पास सैंपल तक उठाने के लिए मामूली उपकरण तक नहीं है. यहां तक कि विभाग के पास आइसबॉक्स तक मौजूद नहीं है, जिससे दुकानों से खाद्य वस्तुओं के सैंपल लिए जा सकें.
शुक्रवार को ईटीवी भारत ने विभागीय कमियों को उजागर करते हुए विशेष रिपोर्ट में लोगों की सेहत से हो रहे खिलवाड़ का खुलासा किया था और अगले दिन यह बड़ा मामला सामने आ गया है.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बस स्टैंड हमीरपुर के बाहर ढाबे पर चार युवकों ने नाश्ता किया और इसके बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. तबियत खराब होने पर चारों अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें एडमिट कर उनका उपचार चल रहा है. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू की.
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के कैजुअल्टी बाग में तैनात डॉक्टर अर्शी कंबल का कहना है कि चारों युवकों को एडमिट कर लिया गया है और उपचार के बाद युवकों की हालत स्थिर है. इस बारे में खाद्य एवं सुरक्षा विभाग हमीरपुर के असिस्टेंट कमिश्नर अरुण चौहान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले में जल्द ही उपरोक्त जगह से सैंपल उठाए जाएंगे.