हमीरपुर : कोरोना को लेकर यहां राहत भरी खबर है. हमीरपुर में सबसे पहले कोरोना संक्रमण का शिकार हुई महिला और एक व्यक्ति अब पूरी तरह से ठीक हो गए है. वीरवार को जब वह ठीक होकर घर पहुंचे तो परिवार के सदस्यों ने सादगी से स्वागत कर खुशी जताई. परिजनों के इस दौरान खुशी से आंसू भी छलक उठे. परिजनों की आंखों में अपनों को इतने दिन दूर रहने का दर्द साफ दिखाई दे रहा था.
बता दें कि हमीरपुर की बजूरी पंचायत में प्रवासी ठेकेदार की पत्नी और नादौन उपमंडल के तहत आती ग्राम पंचायत जोल सप्पड़ में एक निजी स्कूल का प्रिंसिपल कोरोना संक्रमित हो गए थे. इनका 17 अप्रैल को कोरोना जांच के लिया गया सैंपल पॉजिटिव आया. दोनों को भोटा स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल में स्थापित कोविड-18 केयर सेंटर में भर्ती करवाया गया. 30 अप्रैल को दोनों लोगों के सैंपल नेगेटिव आए. प्राइमरी और सेकेंडरी सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद दोनों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया.
संस्थागत क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद दोनों को घर भेज दिया गया. दोनों लोगों का कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. ऐसे में दोनों लोग कैसे कोरोना वायरस से संक्रमित हुए पता नहीं लगा पाया. दोनों को ठीक होने के बाद पंचायत में जिस किसी ने इनके ठीक होकर घर वापस लौटने के बारे में सुना उसने खुशी जताई. उधर, उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बताया कि सबसे पहले सामने आए दो कोरोना संक्रमितों को ठीक होने के बाद घर भेज दिया गया. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें. लॉकडाउन में नियमों का पालन कर दूसरे लोगों को भी कोरोना से बचाव के लिए उपाय बताते रहें. बतां दें कि हमीरपुर में अभी तक कोरोना वायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं. 4 मरीज अभी भी उपचाराधीन हैं.
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