हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन के 22 गांवों में डायरिया से लोग परेशान हैं. शनिवार को कुछ मामले सामने आने के बाद जब स्वास्थ्य विभाग की 4 टीमें रविवार को जांच करने पहुंची तो 340 नए मरीज सामने आए.आज फिर स्वास्थ्य विभाग का अमला गांवों का दौरा करेगा.
मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 533: आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्रों से लगातार स्वास्थ्य अधिकारियों को मरीजों का आंकड़ा बता रही हैं. रविवार शाम तक 22 गांवों में उल्टी, दस्त, बुखार से पीड़ित 340 नए मरीजों के सामने आने के बाद आकंड़ा 533 पर पहुंच गया है. डायरिया कैसे फैला यह अभी साफ नहीं हो पाया है.
गांव से लिए पानी के सैंपल- डायरिया कैसे फेला इसकी जांच के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को पानी के सैंपल लिए. इन सैंपल की जांच डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज की लैब में की जाएगी. लैब जांच के दौरान पता चलेगा कि पानी में किस तरह के बैक्टीरिया हैं. रविवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री स्वयं मरीजों की की जांच और इलाज के लिए डायरिया प्रभावित इलाकों में पहुंचे.
पानी उबालकर पीने की सलाह- स्वास्थ्य विभाग की 4 टीमों ने जहां ,मरीजों की जांच की वहीं, इन्हें दवाइयां और ओआरएस वितरित किया गया, ताकि डायरिया का प्रभाव गांवों से कम किया जा सके.इसके साथ ही पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई. जानकारी के मुताबिक नादौन उपमंडल के तहत आने वाली 5 पंचायतों में लोग उल्टी, दस्त व बुखार से पीड़ित हैं,
आज भी होगी जांच- रविवार को हुई जांच में 22 गांवों में लोग संक्रमित पाए गए, ऐसे में आज टीमों की संख्या को और बढ़ाया गया है. स्वास्थ्य विभाग की 6 टीमें मरीजों की जांच के लिए क्षेत्रों में जाएंगी. उपमंडल की रंगस, जोलसप्पड़, नौहंगी, करंडोला, भूंपल पंचायतों में डायरिया के मरीज मिल रहे हैं.
पैदल चलकर मरीजों की जांच- जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता भी अपनी टीम सहित क्षेत्रों में मरीजों से मिले और उन्हें एहतियात बरतने की सलाह दी. मरीजों की जांच के लिए 2 वाहनों का इस्तेमाल स्वास्थ्य विभाग कर रहा है. वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने इस मामले पर चिंता जताई है.
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