हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में स्टाफ नर्स के सुसाइड मामले में उचित कार्रवाई न होने पर नर्स के परिजनों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान भड़के परिजनों ने शिमला-धर्मशाला मुख्य सड़क को जाम कर दिया. जिस कारण करीब आधे घंटे तक सड़क पर यातायात बाधित रहा.
बता दें कि गुरुवार देर शाम मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में तैनात एक स्टाफ नर्स ने पंखे से झूलकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था, जिसमें मृतका नर्स ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे.
हालांकि इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर दिया है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी न होने के कारण आक्रोशित परिजनों ने पुलिस प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी हेड क्वार्टर हितेश लखन पाल ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझा-बुझाकर यातायात को बहाल करवाया. वहीं, मौके पर पहुंचे स्थानीय एसडीएम चिरंजीलाल ने परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया. जिसके बाद परिजनों ने सड़क पर रखे शव हो हटा लिया.
मामले को लेकर चिरंजीलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में उचित कार्रवाई कर रही हैं. मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है. सुसाइड नोट में किसी का नाम नहीं लिखा है.