ETV Bharat / state

राज्यपाल का रास्ता रोकना संविधान का रास्ता रोकने जैसा: धूमल - Hamirpur latest newws

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में हुई घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी प्रतिक्रिया दी. धूमल ने कहा कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का पद संवैधानिक पद है और इस पद की अपनी एक प्रतिष्ठा और गरिमा होती है. पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का रास्ता रोकने को संविधान का रास्ता रोकना करार दिया. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस का विश्वास उसी तरह संविधान से उठ गया है, जैसे कि जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है.

Prem Kumar Dhumal
फोटो
author img

By

Published : Feb 26, 2021, 7:29 PM IST

Updated : Feb 26, 2021, 8:59 PM IST

हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को पेश आई घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी प्रतिक्रिया दी है. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चर्चा का बढ़िया प्लेटफॉर्म है और यहां की लोकतांत्रिक प्रणाली चर्चाओं का अन्य प्रदेशों में उदाहरण प्रस्तुत होता है, लेकिन आज की घटना बेहद निंदनीय है.

जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है

धूमल ने कहा कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का पद संवैधानिक पद है और इस पद की अपनी एक प्रतिष्ठा और गरिमा होती है. पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का रास्ता रोकने को संविधान का रास्ता रोकना करार दिया. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस का विश्वास उसी तरह संविधान से उठ गया है, जैसे कि जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है.

वीडियो

निंदनीय घटना पर खेद व्यक्त करें

प्रो. धूमल ने कहा कि जिन सम्मानित विधायकों ने ऐसा काम किया है, मेरा विश्वास है कि इस घटना का वीडियो देखने के बाद उन्हें अपने व्यवहार पर पछतावा जरूर होगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विधायक उचित समझें, तो राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पास करने से पहले इस निंदनीय घटना पर खेद व्यक्त करें, ताकि सद्भावना का माहौल बना रहे.

ये भी पढ़ें: कोरोना के खिलाफ जारी है जंग

ये भी पढ़ेंः- लोगों को कृषि कानूनों के फायदे बताएगा बीजेपी किसान मोर्चा

हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को पेश आई घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी प्रतिक्रिया दी है. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चर्चा का बढ़िया प्लेटफॉर्म है और यहां की लोकतांत्रिक प्रणाली चर्चाओं का अन्य प्रदेशों में उदाहरण प्रस्तुत होता है, लेकिन आज की घटना बेहद निंदनीय है.

जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है

धूमल ने कहा कि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का पद संवैधानिक पद है और इस पद की अपनी एक प्रतिष्ठा और गरिमा होती है. पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का रास्ता रोकने को संविधान का रास्ता रोकना करार दिया. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस का विश्वास उसी तरह संविधान से उठ गया है, जैसे कि जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है.

वीडियो

निंदनीय घटना पर खेद व्यक्त करें

प्रो. धूमल ने कहा कि जिन सम्मानित विधायकों ने ऐसा काम किया है, मेरा विश्वास है कि इस घटना का वीडियो देखने के बाद उन्हें अपने व्यवहार पर पछतावा जरूर होगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विधायक उचित समझें, तो राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पास करने से पहले इस निंदनीय घटना पर खेद व्यक्त करें, ताकि सद्भावना का माहौल बना रहे.

ये भी पढ़ें: कोरोना के खिलाफ जारी है जंग

ये भी पढ़ेंः- लोगों को कृषि कानूनों के फायदे बताएगा बीजेपी किसान मोर्चा

Last Updated : Feb 26, 2021, 8:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.