हमीरपुर: जहां एक ओर देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के संकट से जूझ रहा है. वहीं, कुछ लोग अपने निजी जीवन से हटकर अपने कर्तव्य को महत्व देकर एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है नर्स ऋचा ने जो मेडिकल कॉलेज में बतौर स्टाफ नर्स अपनी सेवाएं दे रही हैं.
देश और प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है. कोरोना वॉरियर्स फ्रंट लाइन पर जन सेवा में जुटे हैं. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की नर्स ऋचा ने जनसेवा के लिए अपनी शादी को टालकर मिसाल कायम की है. इस नर्स की ड्यूटी सेकेंडरी आइसोलेशन अस्पताल भोटा में लगी थी, जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
5 मई को ऋचा की शादी प्रस्तावित थी 24 अप्रैल को ड्यूटी रोस्टर में ऋचा का नाम आया, लेकिन ऋचा ने बहाना लगाने के बजाय शादी को टाल कर फर्ज को तरजीह दी. शादी के निमंत्रण कार्ड तक छप चुके थे और सभी रिश्तेदारों को निमंत्रण भी दिए जा चुके थे. जहां एक तरफ कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में लॉक डाउन के दौरान भी कई शादियां कर रहे थे, वहीं नर्स ऋचा ने शादी को टालकर जनसेवा को तवज्जो देकर एक मिसाल कायम की है.
ईटीवी भारत के संवावदाता से विशेष बातचीत में मूलतः पालमपुर की रहने वाली नर्स ऋचा ने कहा कि उनके घर वालों की तरफ से भी उन्हें फुल सपोर्ट मिला. उनके होने वाले पति विदेश में सैफ की नौकरी करते हैं. ऋचा ने कहा कि होने वाले पति की तरफ से भी उन्हें फुल सपोर्ट मिली है. रिचा ने कहा कि शादी तो बाद में भी हो जाएगी, लेकिन उनका काम ही उनका कर्तव्य है.
सैकेंड बैच में नर्सर ऋचा की ड्यूटी लगी थी. इस टीम को लीड करने वाले डॉक्टर नीरज ने कहा कि ऋचा ने टालमटोल करने के बजाय एक बार भी ऐसा नहीं बोला है कि वह शादी के लिए छुट्टी लेना चाहती है, जबकि उसने खुद ही शादी को टालने का निर्णय ले लिया था.
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की नर्सिंग अधीक्षक वीना बनिहाल ने कहा कि सभी स्टाफ नर्स मन लगाकर ड्यूटी कर रही हैं. जहां भी उनकी ड्यूटी लगती है वह अपने फर्ज को निभा रही हैं.प्रोटोकॉल के तहत क्वारंटाइन पीरियड को पूरा कर एक बार फिर से ऋचा मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवाएं देने के लिए तैनात हो गई हैं. बता दें कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के डॉक्टर विकास भी अपनी शादी को ड्यूटी के चलते टाल चुके हैं.