हमीरपुरः उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में भी श्रद्धालु सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन कर रहे है. दियोटसिद्ध मंदिर में श्रद्धालु बाबा बालक नाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें बाबा बालक नाथ की गुफा के पास ज्यादा देर तक ठहरने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
मंदिर न्यास प्रशासन ने की व्यवस्था
श्रद्धालु गुफा के पास आते हैं और दर्शन करके चले जाते हैं. यह व्यवस्था मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा बनाई गई है. मंदिर में बाबा बालक नाथ की गुफा के पास श्रद्धालुओं को रोट प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं है. दर्शन करने के बाद बेसमेंट में श्रद्धालुओं के बैठने की इजाजत नहीं है. मंदिर परिसर के हॉल में श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के बाद भजन कीर्तन कर आराम भी करते थे, लेकिन अब वहां बैरीकेटिंग कर दी गई है.
एसओपी का हो रहा पालन
मंदिर अधिकारी कृष्ण ठाकुर ने बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु एसओपी का पालन करते हुए बाबा के दर्शन कर रहे हैं. गुफा में रोट प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं है. परिसर के हॉल में श्रद्धालुओं के बैठने पर पाबंदी है. पांच फरवरी से दर्शनों के लिए बाबा जी की गुफा को खोल दिया गया है.
शनिवार-रविवार को विशेष व्यवस्था
दर्शन का समय सुबह पांच बजे से शाम नौ बजे तक कर दिया है. दियोटसिद्ध मंदिर में विशेषकर शनिवार व रविवार को श्रद्धालुओं की ज्यादातर भीड़ रहती है. इसके लिए मंदिर न्यास प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर प्रकार की व्यवस्था की है.
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