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COVID-19: हमीरपुर में सैंपलों की जांच रिपोर्ट पर संशय, प्रशासन कर रहा ग्रुप सैंपलिंग का दावा

जिला हमीरपुर में आठ मई को सामने आए कोरोना संक्रमित मरीज के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की रिपोर्ट को प्रशासन ने साझा नहीं किया है. क्षेत्र के लोगों में रिपोर्ट को लेकर डर का माहौल और संशय बरकरार है. हालांकि प्रशासन जिला में लगातार ग्रुप सैंपलिंग का दावा कर रहा है.

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Published : May 11, 2020, 3:54 PM IST

contacts of Corona positive
उपायुक्त कार्यालय, हमीरपुर.

हमीरपुर:जिला में आठ मई को कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर क्षेत्र के लोगों में खौफ पैदा हो गया है. प्रशासन अब ग्रुप सैंपलिंग करने का दावा कर रही है, लेकिन अभी तक कोरोना संक्रमित मरीजों के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की रिपोर्ट को भी प्रशासन ने साझा नहीं किया है.

स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि रविवार शाम को 70 सैंपलों की रिपोर्ट आ गई है. इन सैंपलों में कोरोना संक्रमित मरीज के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्क की रिपोर्ट के शामिल होने पर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है. वहीं, जिला प्रशासन का दावा है कि हर स्वास्थ्य खंड में कम से कम 50 सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लेकर बीमारी को फैलने से रोका जा सके.

जिला उपायुक्त हरिकेश मीणा का कहना है हर स्वास्थ्य खंड में कम से कम 50 सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं. प्रयास किया जा रहा है कि बाहरी राज्यों से जो लोग जिला में आए हैं, उनमें से कम से कम हर पांचवें अथवा छठे व्यक्ति का सैंपल लिया जाए. डीसी इस बात का दावा कर रह हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की तरफ से तीन दिनों में जिला में लिए गए कुल सैंपलों का आंकड़ा अभी जारी नहीं किया जा गया है.

वीडियो

हालांकि पूर्व में जब दो मामले जिला में सामने आए थे तब एक्टिव केस फाइंडिंग का हर आंकड़ा प्रशासन ने समय अनुसार जारी किया था, लेकिन अब बड़सर और गलोड़ क्षेत्र में मामला सामने आने के बाद से सैंपल और रिपोर्ट को लेकर लगातार संशय बरकरार है.

हमीरपुर:जिला में आठ मई को कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर क्षेत्र के लोगों में खौफ पैदा हो गया है. प्रशासन अब ग्रुप सैंपलिंग करने का दावा कर रही है, लेकिन अभी तक कोरोना संक्रमित मरीजों के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की रिपोर्ट को भी प्रशासन ने साझा नहीं किया है.

स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि रविवार शाम को 70 सैंपलों की रिपोर्ट आ गई है. इन सैंपलों में कोरोना संक्रमित मरीज के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्क की रिपोर्ट के शामिल होने पर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है. वहीं, जिला प्रशासन का दावा है कि हर स्वास्थ्य खंड में कम से कम 50 सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लेकर बीमारी को फैलने से रोका जा सके.

जिला उपायुक्त हरिकेश मीणा का कहना है हर स्वास्थ्य खंड में कम से कम 50 सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं. प्रयास किया जा रहा है कि बाहरी राज्यों से जो लोग जिला में आए हैं, उनमें से कम से कम हर पांचवें अथवा छठे व्यक्ति का सैंपल लिया जाए. डीसी इस बात का दावा कर रह हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की तरफ से तीन दिनों में जिला में लिए गए कुल सैंपलों का आंकड़ा अभी जारी नहीं किया जा गया है.

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हालांकि पूर्व में जब दो मामले जिला में सामने आए थे तब एक्टिव केस फाइंडिंग का हर आंकड़ा प्रशासन ने समय अनुसार जारी किया था, लेकिन अब बड़सर और गलोड़ क्षेत्र में मामला सामने आने के बाद से सैंपल और रिपोर्ट को लेकर लगातार संशय बरकरार है.

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