हमीरपुर: छात्र संगठनों की लड़ाई को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में कॉलेज के प्रोफेसरों पर छात्रों को मारपीट के लिए उकसाने के संगीन आरोप लगे हैं. छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने यह आरोप प्रोफेसर पर लगाए हैं.
इन पदाधिकारियों का दावा है कि जल्द ही उपायुक्त हमीरपुर और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से इन प्रोफेसरों की शिकायत की जाएगी. बकायदा लिखित शिकायत में इनके नाम इंगित कर कार्रवाई की मांग उठाई जाएगी. वहीं कॉलेज के प्राचार्य अंजू बत्ता सहगल ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है.
एसएफआई के जिला सचिव अवधेश ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से कॉलेज में जब नुक्कड़ नाटक चला हुआ था तो दो प्रोफेसर वहां आए और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को लड़ाई के लिए उकसाने लगे. इसके बाद ही इन कार्यकर्ताओं ने एसएफआई के खिलाफ नारेबाजी शुरू की और माहौल तनावपूर्ण हो गया. उन्होंने इन प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है.
हमीरपुर कॉलेज की प्राचार्य अंजू बत्ता सहगल ने कहा कि प्रोफेसर ने बीच में जाकर बचाव किया है, ताकि कोई लड़ाई ना हो. बच्चों को नहीं उकसाया गया है, बल्कि उन्हें कक्षाओं में जाकर पढ़ाई करने की सलाह दी गई है. उन्होंने आरोपों को सिरे से नकार दिया है.
लंबे समय से कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव प्रतिबंधित हैं. इसके बावजूद हमीरपुर कॉलेज में छात्र संगठनों में तनातनी लगातार बरकरार रहती है, जिस कारण यहां पर अक्सर पुलिस की तैनाती भी देखी जा सकती है.
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