हमीरपुर: जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तलासी गांव के लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से जरा सी बारिश होने के बाद कट जाता है. हालात ऐसे हैं कि गांव में आज तक सड़क तक नहीं पहुंच है. वहीं नाले पर पुल ना होने के कारण बरसात में तो अक्सर लोग जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर निकलते हैं.
स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए हर दिन यहां जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन और स्थानीय नेताओं को इसके बारे जानकारी दी गई की यहां पर सड़क और पुल की व्यवस्था की जाए ताकि बरसात के दिनों में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े.
इस बारे में ग्राम पंचायत धनेड के प्रधान जोगिंदर सिंह से इसके बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से गावं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. सड़क ना होने के कारण यहां पर ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बता दें कि इस गांव की आबादी लगभग 300 है और स्कूल के बच्चे आज भी नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुविधा और पुल ना होने के कारण यहां पर उन्हें जान जोखिम में डालकर बच्चों को स्कूल भेजना पड़ता है बरसात के दिनों में काम करने बाले लोगों को घरों से निकलना पडड़ता है. ग्रमीणों ने प्रशासन और सरकार से समस्या के समाधान की गुहार लगाई है.