ETV Bharat / state

बारिश के बाद टापू बन जाता है यह गांव, लोगों को आज तक सड़क नसीब नहीं

बारिश के बाद टापू बन जाता है यह गांव, जिला मुख्यालय से कट जाता है संपर्क, गांव में आभी तक सड़क नहीं पहुंच पाई है. स्कूल के बच्चे आज भी नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर.

रोड़ ना होने से स्कूल के बच्चे आज भी नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर
author img

By

Published : Aug 20, 2019, 2:56 PM IST

हमीरपुर: जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तलासी गांव के लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से जरा सी बारिश होने के बाद कट जाता है. हालात ऐसे हैं कि गांव में आज तक सड़क तक नहीं पहुंच है. वहीं नाले पर पुल ना होने के कारण बरसात में तो अक्सर लोग जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर निकलते हैं.

स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए हर दिन यहां जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन और स्थानीय नेताओं को इसके बारे जानकारी दी गई की यहां पर सड़क और पुल की व्यवस्था की जाए ताकि बरसात के दिनों में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े.

वीडियो.

इस बारे में ग्राम पंचायत धनेड के प्रधान जोगिंदर सिंह से इसके बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से गावं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. सड़क ना होने के कारण यहां पर ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बता दें कि इस गांव की आबादी लगभग 300 है और स्कूल के बच्चे आज भी नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें: लाहौल में फंसे कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा को दो दिन बाद रेस्क्यू, हेलीकॉप्टर से पहुंचे शिमला

स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुविधा और पुल ना होने के कारण यहां पर उन्हें जान जोखिम में डालकर बच्चों को स्कूल भेजना पड़ता है बरसात के दिनों में काम करने बाले लोगों को घरों से निकलना पडड़ता है. ग्रमीणों ने प्रशासन और सरकार से समस्या के समाधान की गुहार लगाई है.

हमीरपुर: जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तलासी गांव के लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से जरा सी बारिश होने के बाद कट जाता है. हालात ऐसे हैं कि गांव में आज तक सड़क तक नहीं पहुंच है. वहीं नाले पर पुल ना होने के कारण बरसात में तो अक्सर लोग जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर निकलते हैं.

स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए हर दिन यहां जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन और स्थानीय नेताओं को इसके बारे जानकारी दी गई की यहां पर सड़क और पुल की व्यवस्था की जाए ताकि बरसात के दिनों में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े.

वीडियो.

इस बारे में ग्राम पंचायत धनेड के प्रधान जोगिंदर सिंह से इसके बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से गावं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. सड़क ना होने के कारण यहां पर ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बता दें कि इस गांव की आबादी लगभग 300 है और स्कूल के बच्चे आज भी नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं.

ये भी पढ़ें: लाहौल में फंसे कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा को दो दिन बाद रेस्क्यू, हेलीकॉप्टर से पहुंचे शिमला

स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुविधा और पुल ना होने के कारण यहां पर उन्हें जान जोखिम में डालकर बच्चों को स्कूल भेजना पड़ता है बरसात के दिनों में काम करने बाले लोगों को घरों से निकलना पडड़ता है. ग्रमीणों ने प्रशासन और सरकार से समस्या के समाधान की गुहार लगाई है.

Intro:बारिश के बाद टापू बन जाता है यह गांव, जिला मुख्यालय से कट जाता है संपर्क
हमीरपुर.
जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तलासी गांव के लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से जरा सी बारिश होने के बाद कट जाता है हालात ऐसे हैं कि इस गांव तक अभी सड़क तक नहीं पहुंच पाई है. वहीं खड्ड और नाले पर पुल ना होने के कारण बरसात में तो अक्सर लोग जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर निकलते हैं वही बच्चे भी स्कूल पहुंचने के लिए हर दिन यहां जान जोखिम में डालते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो कई बार प्रशासन और स्थानीय नेताओं इस बारे में बात की गई है कि यहां पर कम से कम सड़क और पुल की व्यवस्था की जाए ताकि बरसात के दिनों में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े. उधर जब इस बारे में ग्राम पंचायत धनेड के प्रधान जोगिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से कौन को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है सड़क ना होने के कारण यहां पर ग्रामीणों को परेशान होना पड़ता है बता दें कि इस गांव की आबादी 300 है। स्कूल के बच्चे आज भी खड्डों और नालों को पार कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं।

बाइट
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुविधा और पुल ना होने के कारण यहां पर उन्हें जान जोखिम में डालकर बच्चों को स्कूल भेजना पड़ता है बरसात के दिनों में कामकाजी लोगों को घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से समस्या के समाधान की गुहार लगाई है।


Body:बषड़ब


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.