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चंबा: TB अस्पताल को आज तक नहीं मिल पाया सीवरेज कनेक्शन - हिमाचल प्रदेश हिन्दी न्यूज

डिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य एमएस डॉ. मोहन शुक्रवार औचक निरीक्षण करने टीबी अस्पताल पहुंचे हुए थे. जांच के दौरान सामने आया कि जिला के टीबी अस्पताल को आज दिन तक सीवरेज कनेक्शन नहीं मिल पाया है. हांलाकि, सीवरेज सिस्टम को देखते हुए यहां पर सैपटिंक टैंकों का निर्माण पहले से हुआ है.

TB hospital chamba
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Published : Dec 11, 2020, 9:41 PM IST

चंबा: मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य एमएस डॉ. मोहन शुक्रवार औचक निरीक्षण करने टीबी अस्पताल पहुंचे हुए थे. जांच के दौरान सामने आया कि जिला के टीबी अस्पताल को आज तक सीवरेज कनेक्शन नहीं मिल पाया है. हांलाकि, सीवरेज सिस्टम को देखते हुए यहां पर सैपटिंक टैंकों का निर्माण पहले से हुआ है.

कोविड़ अस्पताल निर्माण के लिए जारी किए निर्देश

लिहाजा, एमएस डॉ. मोहन ने प्रबंधन को सर्वप्रथम सीवरेज कनेक्शन लेने बारे निर्देश जारी किए. इतना ही नहीं, क्षय रोग अस्पताल के अलग भवन में बनने वाले कोविड़ अस्पताल निर्माण में कुछ हद तक पेंडिंग पड़े कार्यों को जल्द से जल्ट निपटाने के लिए भी कहा. इसके अलावा प्राचार्य ने वायरिंग, पर्दे, बाथरूम सहित अन्य पेंडिंग पड़े कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए.

अस्पताल में 45 बेड की व्यवस्था

टीबी अस्प्ताल के प्रभारी डॉ. देवेंद्र ने बताया कि अस्पताल में 45 बेड की व्यवस्था है. अस्पताल में सैपटिंक टैंक तो है, लेकिन सीवरेज कनेक्शन बारे उन्हें जानकारी नहीं है. क्षयरोग अस्पताल में मरीजों को दाखिल कर उनका उपचार किया जाता है. हालांकि, मरीजों व उनके तिमारदारों के लिए बकायदा शौचालयों का निर्माण हुआ है.

आवासीय कॉलोनी के लिए हैं सैपटिक टैंक

हैरानी की बात यहां ये है कि क्षय रोग अस्पताल में आज तक सीवरेज कनेक्शन तक नहीं लिया गया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो अस्पताल और ‌कर्मचारियों की आवासीय कॉलोनी में सीवरेज के लिए बकायदा सैपटिक टैंकों का निर्माण किया गया है. ऐसे में आगामी दिनों में कोविड अस्पताल बनने के बाद यहां पर मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी.

पढ़ें: IGMC में घंटों वार्ड में ही पड़े रहे कोरोना संक्रमितों के शव, नशे में धुत पाए गए कर्मचारी

चंबा: मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य एमएस डॉ. मोहन शुक्रवार औचक निरीक्षण करने टीबी अस्पताल पहुंचे हुए थे. जांच के दौरान सामने आया कि जिला के टीबी अस्पताल को आज तक सीवरेज कनेक्शन नहीं मिल पाया है. हांलाकि, सीवरेज सिस्टम को देखते हुए यहां पर सैपटिंक टैंकों का निर्माण पहले से हुआ है.

कोविड़ अस्पताल निर्माण के लिए जारी किए निर्देश

लिहाजा, एमएस डॉ. मोहन ने प्रबंधन को सर्वप्रथम सीवरेज कनेक्शन लेने बारे निर्देश जारी किए. इतना ही नहीं, क्षय रोग अस्पताल के अलग भवन में बनने वाले कोविड़ अस्पताल निर्माण में कुछ हद तक पेंडिंग पड़े कार्यों को जल्द से जल्ट निपटाने के लिए भी कहा. इसके अलावा प्राचार्य ने वायरिंग, पर्दे, बाथरूम सहित अन्य पेंडिंग पड़े कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए.

अस्पताल में 45 बेड की व्यवस्था

टीबी अस्प्ताल के प्रभारी डॉ. देवेंद्र ने बताया कि अस्पताल में 45 बेड की व्यवस्था है. अस्पताल में सैपटिंक टैंक तो है, लेकिन सीवरेज कनेक्शन बारे उन्हें जानकारी नहीं है. क्षयरोग अस्पताल में मरीजों को दाखिल कर उनका उपचार किया जाता है. हालांकि, मरीजों व उनके तिमारदारों के लिए बकायदा शौचालयों का निर्माण हुआ है.

आवासीय कॉलोनी के लिए हैं सैपटिक टैंक

हैरानी की बात यहां ये है कि क्षय रोग अस्पताल में आज तक सीवरेज कनेक्शन तक नहीं लिया गया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो अस्पताल और ‌कर्मचारियों की आवासीय कॉलोनी में सीवरेज के लिए बकायदा सैपटिक टैंकों का निर्माण किया गया है. ऐसे में आगामी दिनों में कोविड अस्पताल बनने के बाद यहां पर मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी.

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