भरमौर: उतर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर निकले तीन श्रद्वालुओं की गौरीकुंड से ऊपर की तरफ अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके चलते उन्हें एयरलिफ्ट कर सिविल अस्पताल भरमौर पहुंचाया गया. जहां उनका उपचार चल रहा है. इससे पहले भी बीते दिनों एक श्रद्धालु की बीच रास्ते में तबीयत खराब होने की वजह से उसे एयरलिफ्ट किया गया था. खंड चिकित्सा अधिकारी भरमौर डॉ. मयंक शर्मा ने श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचने की खबर की पुष्टि की है.
जानकारी के अनुसार मणिमहेश यात्रा पर निकली मीरा (47 वर्ष) की सोमवार को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने के चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई. इस दौरान मौके पर तैनात रेस्क्यू टीम ने महिला को चिकित्सा शिविर पहुंचाया. जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन उनकी तबीयत में सुधार नहीं होने पर प्रशासन को सूचना दी गई. जिसके बाद गौरीकुंड पहुंचे हेलीकाॅप्टर से महिला को एयरलिफ्ट कर सिविल अस्पताल भरमौर लाया गया.
इसी तरह अली महोम्मद (70 वर्ष) को भी गौरीकुंड से एयरलिफट कर सिविल अस्पताल भरमौर में भर्ती करवाया गया. इसके अलावा यात्री गगन कुमार (42 वर्ष) को यात्रा के दौरान अचानक एंकल में तेज दर्द उठा. जिसके चलते वह चलने में पूरी तरह से असमर्थ हो गए. नतीजतन रेस्क्यू टीम ने उन्हें जल्द गौरीकुंड स्थित हेलीपैड पर पहुंचाया. जहां से उन्हें हेलीकाॅप्टर से भरमौर हेलीपैड पहुंचाया गया. भरमौर हेलीपैड से तीनों मरीजों को एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल भरमौर लाया गया.
खंड चिकित्सा अधिकारी भरमौर डॉ. मयंक शर्मा ने बताया कि सोमवार को तीन लोगों को गौरीकुंड से एयरलिफट कर सिविल अस्पताल भरमौर में उपचार के लिए लाया गया. जहां पर उनका उपचार चल रहा है. उधर, मणिमहेश न्यास के सदस्य सचिव एवं एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा का कहना है कि हेली टैक्सी सेवा प्रदान कर रही कंपनी को निर्देश दिए हैं कि आपात स्थिति में वह मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर अस्पताल तक पहुंचाने में मदद करें.
उन्होंने कहा गौरीकुंड और डल लेक वाला क्षेत्र हाई एप्टीट्यूट वाला है. सांस के मरीजों को इन पड़ावों पर दिक्कत आती है. इसके लिए प्रशासन व न्यास ने चिकित्सा शिविरों में ऑक्सीजन सिलेंडरों के अलावा ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की भी व्यवस्था कर रखी है. फिर भी ज्यादा दिक्कत होने पर इन पड़ावों से यात्रियों को आपात स्थिति में हेलीकाप्टर की मदद से भरमौर पहुंचा कर उपचार मुहैया करवाया जा रहा है.
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