चंबा: कोरोना के खिलाफ जंग में डॉक्टरों और नर्सों के साथ साथ आउटसोर्स पर तैनात लैब तकनीशियन(Lab technician) भी डटे हुए हैं. चंबा मेडिकल कॉलेज(Chamba Medical College) में आउटसोर्स पर तैनात सीनियर लैब तकनीशियन रोहित चौधरी अब तक एक लाख कोरोना सैंपलों की जांच कर चुके हैं. वह पिछले पांच महीने से अपने घर कांगड़ा भी नहीं गए हैं. छह माह से उनकी ड्यूटी मेडिकल कॉलेज के फ्लू क्लीनिक में लगी हुई है. यहां कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं.
बेहतरीन सेवाओं के लिए हुए सम्मानित
रोहित चौधरी को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दो बार सम्मानित भी किया जा चुका है. पिछले साल कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर चंबा में आरटीपीसीआर लैब(rtpcr lab) शुरू की गई थी. इसके लिए दो चिकित्सकों और एक लैब तकनीशियन को ट्रेनिंग के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया था. जिसमें लैब तकनीशियन के रूप में रोहित ठाकुर चंडीगढ़ गए थे.
पांच महीने से लगातार दे रहे ड्यूटी
रोहित चौधरी ने तीन दिन की ट्रेनिंग लेने के बाद चंबा में आरटीपीसीआर लैब में पहला कोरोना सैंपल जांचा था. इसके बाद से वह लगातार आरटीपीसीआर लैब में डटे हुए हैं. उन्होंने टीम के साथ एक लाख सैंपलों की जांच की है. इसमें हजारों सैंपल कोरोना संक्रमित भी निकले. शुरुआती दौर से ही वह दिन-रात काम में डटे रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर में भी वह पांच महीने से लगातार ड्यूटी दे रहे हैं.
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