चंबा: भरमौर उपमंडल में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों व बागवानों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है. इस योजना से किसानों व बागवानों की फसलों को जंगली जानवर और पशुओं से बचाया जा रहा है. कृषि विभाग के माध्यम से चलाई जा रही मुख्यमंत्री खेती संरक्षण योजना के तहत भरमौर क्षेत्र के पांच किसानों ने अपने खेतों में फैंसिंग कर लाभ लिया है. वहीं, 6 अन्य किसानों ने भी योजना के तहत उठाया है.
कृषि विषय वस्तु विशेषज्ञ रामचंद ने बताया कि भरमौर उपमंडल में इस कार्य योजना के अंतर्गत 35 लाख की धनराशि का व्यय करना सुनिश्चित बनाया गया है. इस योजना के तहत भरमौर उपमंडल में 5 किसानों को लाभान्वित किया गया है और 6 अन्य किसानों के लिए कार्य योजना प्रगति पर है. भरमौर के ओरा फाटी, चोभिया, बड़ग्राम, पूलन, भरमौर, होली, लामू, दियोल व सुनकर गांव में किसानों को मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत किसान को 80 प्रतिशत अनुदान कृषि विभाग की ओर से दिया जाता है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 3 से अधिक किसान सौर संचलित बाड़ लगा सकते हैं. जिसमें किसानों का अंशदान 15 प्रतिशत रहेगा और 85 प्रतिशत अनुदान विभाग की ओर से दिया जाएगा.
इस योजना के अंतर्गत सौर संचालित बाड़ लगाने के लिए किसान को राजस्व संबंधित जमीन का पर्चा, बैंक अकाउंट और आधार कार्ड की फोटो कॉपी सलंग्न करना आवश्यक है. सामुदायिक योजना के तहत किसानों को संबंधित पंचायत का प्रस्ताव लाना भी आवश्यक है. सोलर फेंसिंग के तहत 11 तारों को लगाया जाता है.
लाभार्थी जगदीश चंद ने कहा कि 7 बीघा जमीन में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत सौर संचालित बाड़ लगाई गई है, बाड़ लगने के बाद खेतों में जंगली जानवर व पशुओं की घुसपैठ से होने वाले नुकसान से राहत पहुंची है. कृषि विषय वस्तु विशेषज्ञ रामचंद ने बताया कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के अतिरिक्त अन्य लाभदायक योजनाओं से भी किसानों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर भरमौर उपमंडल में जागरूकता शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है.