शिमला: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली ने शिमला में निगम की मैनेजर और डीडीओ के साथ बैठक की. इस बैठक में पर्यटन विकास निगम के रेवेन्यू बढ़ाने और होटल को बेहतर बनाने जैसे विषयों पर चर्चा हुई.
बैठक के बाद आरएस बाली ने कहा, "उनकी अध्यक्षता में पहली बार पर्यटन विकास निगम ने साल 2022-23 में 100 करोड़ के टर्नओवर का आंकड़ा पार किया. रेवेन्यू बढ़ाने की दृष्टि से निगम के होटल को रिनोवेट किया जाएगा. इस कड़ी में शीघ्र प्रभाव से एचपीटीडीसी के तीन होटल होलीडे होम, पीटर हॉफ और होटल हमीर को रिनोवेट किया जाएगा. जस पर 16 करोड़ खर्च किए जाएंगे".
आरएस बाली ने कहा कि निगम का विचार था कि पर्यटन विकास निगम के कम से कम तीन बड़े होटलों को फाइव स्टार फैसिलिटी के साथ तैयार किया जाए. लेकिन उच्च न्यायालय के आदेश है कि जल्द से जल्द निगम का रेवेन्यू बढ़ाया जाए. ऐसे में तुरंत प्रभाव से निगम होटल होलीडे होम, पीटर हॉफ और होटल हमीर को रिनोवेट करेगा.
उन्होंने कहा कि निगम के होटल को तीन श्रेणियां में बांटा गया है. इसमें ए श्रेणी के होटल अधिक मुनाफा कमाने वाले, बी श्रेणी में सामान्य मुनाफा और सी श्रेणी में सबसे कम मुनाफा कमाने वाले होटल को रखा गया है. इसी आधार पर निगम के होटल को रिनोवेट किया जाएगा.
बाली ने कहा कि पर्यटन निगम के होटलों की बुकिंग को बढ़ाने को लेकर मैक माई ट्रिप के साथ समझौता किया गया है और 2 करोड़ रुपए उनकी तरफ से एडवांस भी पर्यटन निगम को जारी किए गए हैं. उन्हें पर्यटन निगम के होटल को सोशल मीडिया पर प्रमोट करने को कहा गया है.
कर्मचारी यूनियन पर नहीं होगी अब कोई भी कार्रवाई
पर्यटन निगम कर्मचारी यूनियन द्वारा बीते दिनों लगाए गए आरोपों के बाद प्रबंधन द्वारा उन पर जांच बैठाई गई थी और कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए गए थे. लेकिन कर्मचारी यूनियन द्वारा इसको लेकर स्थिति स्पष्ट करने के बाद अब उन पर कोई भी कार्रवाई नहीं होगी. आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन निगम के सभी कर्मचारी भी एक परिवार की तरह है और उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. ऐसे में उन पर कार्रवाई करने का सवाल नहीं उठता है.
'सुधीर शर्मा झूठ फैलाने का कर रहे काम'
वहीं, आरएस बाली ने भाजपा विधायक सुधीर शर्मा पर निशाना साधा. बाली ने सुधीर शर्मा पर झूठ फैलाने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा सुधीर शर्मा द्वारा डेढ़ सौ करोड़ का पर्यटन निगम के होटल का बिजली का बिल देने की बात कही थी, लेकिन पर्यटन निगम द्वारा कोई भी बिजली विभाग को बिल का भुगतान नहीं देना है.