शिमला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया गया है. इस साल दोनों ही कक्षाओं के परिणाम बीते तीन वर्षों के मुकाबले खराब रहा.
खराब परिणाम पर इस बार शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई की बात कही गई थी और अब इस पर अमल करते हुए विभाग की ओर से प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश शिक्षा बोर्ड से 12वीं के परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट मांगी गई है. बोर्ड से जो रिपोर्ट विभाग ने मांगी है उसमें 12वीं कक्षा में 0 से 25 फीसदी और 25 से 50 फीसदी परिणाम देने वाले स्कूलों की सूची मांगी गई है.
विभाग की ओर से 12वीं के बोर्ड के परिणाम की ओवरऑल पास प्रतिशतता, कुल उत्तीर्ण हुए छात्रों में से 60 फीसदी से अधिक अंक और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या, टॉप 500 में रहने वाले छात्रों के अंकों की सूची, टॉप 50 में रहने वाले छात्रों की अंक सहित सूची, तीसरी श्रेणी में आने वाले छात्रों के अंक और सूची, विषयवार ओवर ऑल परिणाम के साथ ही 80 से 100 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की सूची के अलावा टॉप 100 स्कूलों की पास प्रतिशतता की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है.
शिक्षा विभाग के पास यह रिपोर्ट आने के बाद ही विभाग की ओर से परीक्षा परिणाम का आंकलन किया जाएगा और इसमें जिन स्कूलों का परिणाम खराब है उन पर और शिक्षकों पर नियमों के तहत विभाग कार्रवाई करेगी. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा है कि इस वर्ष खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों पर विभाग पुअर रिजल्ट पॉलिसी के तहत कार्रवाई करेगा. जिन भी शिक्षकों के विषयों का परिणाम खराब होगा पॉलिसी के नियमों के तहत उनकी इंक्रीमेंट रुकने के साथ ही उनके प्रमोशन भी रोके जा सकते हैं.