पहली कैबिनेट में ओपीएस और 1 लाख पदों पर नियुक्ति का होगा फैसला: प्रियंका गांधी
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को मंडी में चुनाव रैली में पहुंची. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल संस्कृति और परंपराओं का प्रदेश है. हिमाचली खुद्दार होते हैं. जो कहते हैं कि परंपरा (रिवाज) बदलिए, मैं उससे सहमत नहीं हूं. वहीं, प्रियंका ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने पर हर साल 1 लाख और 5 साल में 5 लाख नौकरियां देंगे. (Priyanka Gandhi on OPS) (priyanka gandhi rally in himachal) (priyanka gandhi rally in mandi)
सुभाष शर्मा मेरे अच्छे दोस्त हैं, पार्टी के बाहर नहीं होती कोई इज्जत: त्रिलोक जम्वाल
बिलासपुर सदर से भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक जम्वाल ने ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान भाजपा छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सुभाष शर्मा पर बड़ी बात (BJP Candidate from Bilaspur Sadar Trilok Jamwal) कही है. उन्होंने कहा कि सुभाष शर्मा मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन पार्टी से बाहर जाकर अगर कोई काम करेगा तो मेरे मन में उसके लिए कोई इज्जत नहीं. इसके साथ उन्होंने कहा कि मुझे सभी का समर्थन मिल रहा है और सभी को साथ लेकर चला जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...
4 और 6 नवंबर को हिमाचल में योगी आदित्यनाथ, 6 विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे जनसभा
हिमाचल में बीजेपी का चुनाव प्रचार तेज हो गया है और इसी कड़ी में पार्टी के स्टार प्रचारक हिमाचल के सियासी रण में उतर चुके हैं. बीजेपी ने 40 स्टार प्रचारकों को उतारा है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी हिमाचल में चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं. जानिये योगी कब और किन विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे प्रचार. (Yogi Adityanath in Himachal) (Yogi Adityanath Rally in Himachal)
1 Seat 2 Minute: क्या राकेश सिंघा बचा पाएंगे CPI(M) की इकलौती सीट या कुलदीप राठौर देंगे पटखनी?
ठियोग विधानसभा सीट (Theog Assembly Seat) हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है. इस सीट पर 2017 विधानसभा चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी राकेश सिंघा ने जीत दर्ज की थी. इस क्षेत्र में CPI (M और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. सीपीआईएम से राकेश सिंघा और कांग्रेस से कुलदीप सिंह राठौर (rakesh singha vs kuldeep singh rathore) चुनावी मैदान में एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं.
करसोग में अमित शाह की रैली कल, राजनीति के चाणक्य को भेंट किया जाएगा ममलेश्वर मंदिर का प्रतीक चिन्ह
हिमाचल के करसोग में मंगलवार को राजनीति के चाणक्य कहलाए जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक जनसभा को संबोधित (Union Minister Amit Shah rally in Karsog) करेंगे. इस दौरान क्षेत्रवासियों की तरफ से उन्हे पांडवों की यादों से जुड़े विश्व प्रसिद्ध प्राचीन ममलेश्वर महादेव मंदिर का देवदार की लकड़ी से बना प्रतीक चिन्ह भेंट किया जाएगा. जिसे पर कारीगर कृष्ण लाल ने नक्काशी कर मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगाए हैं. पढे़ं पूरी खबर...
रिवाज बदला तो सीएम जयराम लेकिन ताज बदला तो क्या हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से होगा अगला मुख्यमंत्री ?
हिमाचल में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. बीजेपी चुनाव जीतती है तो साफ है कि जयराम ठाकुर एक बार फिर हिमाचल के मुख्यमंत्री बनेंगे. लेकिन अगर कांग्रेस चुनाव जीतती है तो कौन बनेगा मुख्यमंत्री. इस सवाल के जवाब में दो चेहरे सबसे आगे चल रहे हैं. (who will be the Himachal Congress CM face)
यूपी, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर की तरह हिमाचल में फिर से खिलेगा कमल- अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि वो और उनकी पार्टी अराजकता की प्रतीक है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि पंजाब और दिल्ली सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं. पंजाब में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. (Anurag Thakur says Kejriwal is a symbol of anarchy) (Anurag Thakur on AAP)
जज्बा: देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी बूथ पर जाकर देंगे वोट, 12D फॉर्म लौटाया
देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी का हौसला उम्र के 106 वर्ष के पड़ाव पर बुलंद है. उन्होंने हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भी बूथ पर जाकर ही वोट करने का फैसला लिया है. हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से उनके स्वास्थ्य को देखकर उन्हें घर से ही वोट डालने के प्रबंध किए जा रहे थे. (India first voter Shyam Saran Negi) (Shyam Saran Negi will vote at the polling booth)
चुराह में जनसभा को संबोधित करते हुए रोने लगे विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार के लिए रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चंबा के चुराह विधानसभा क्षेत्र से हंसराज के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष और चुराह से प्रत्याशी हंसराज भावुक हो गए और रोने लगे. उन्होंने ठेठ चुराही में लोगों को संबोधित किया. हंसराज ने कहा कि उन्होंने चुराह के लिए काफी कुछ किया है. उन्होंने चुराह के लिए चंबा, शिमला से लेकर दिल्ली तक लड़ाई लड़ी और चुराह की जनता की सेवा में कोई कमी नहीं रखी. इसके बावजूद कहा जा रहा है कि वह चुनाव नहीं जीत सकते. बहरहाल उनके मंच पर भावुक होने के कई मतलब निकाले जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो यहां सभी 68 सीटों पर वर्ष 1972 में पहली बार चुनाव हुए. हिमाचल हिमाचल के चुनावी इतिहास में सबसे कम मतों से जीत का रिकॉर्ड रामदास मलांगड़ के नाम रहा. इसके अलावा रोचक तथ्य ये भी है कि पांच सौ से कम मतों से राजीव सैजल भी दो बार चुनाव जीते हैं. हिमाचल में 3 से 2000 मतों तक हार-जीत का अंतर सिमटता रहा है. (Himachal Election History) (Himachal Assembly Election 2022) (Election in Himachal)