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घर पहुंचा बिलासपुर के 22 वर्षीय सैनिक का पार्थिव शरीर, हिमस्खलन की चपेट में आने से हुए थे शहीद

बिलासपुर के चंगर क्षेत्र का लाल देश सेवा करते हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गया. बिलासपुर के करनैल सिंह जम्मू कश्मीर में तैनात थे, इस दौरान उरी सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान उनपर एवलांच गिरने से उनकी मौत हो गई.

son of bilaspur martyred
son of bilaspur martyred.
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Published : Feb 28, 2020, 1:11 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 1:42 PM IST

बिलासपुर: जिला बिलासपुर के चंगर क्षेत्र का लाल देश सेवा करते हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गया. बिलासपुर के करनैल सिंह जम्मू कश्मीर में तैनात थे, इस दौरान उरी सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान उनपर एवलांच गिरने से उनकी मौत हो गई.

जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच चुका है, ऐसे में पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. शहीद के माता-पिता और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा भी शहीद के गृह क्षेत्र तरसूह गांव पहुंचे.

वीडियो रिपोर्ट.

करनैल सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है. इस दुख की घड़ी में स्थानीय लोग शहीद के परिवार को ढांढस बंधाने के लिऐ पहुंच रहे हैं. वहीं, क्षेत्र के लोगों को अपने वीर जवान की शहादत पर गर्व भी महसूस हो रहा है.

करनैल सिंह 22 साल के थे, उनके परिवार में माता-पिता के अलावा दो बहनें हैं. एक बहन की शादी हो चुकी है. वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. करनैल 2018 में सेना में भर्ती हुए थे.

ये भी पढ़ें: यहां छतों पर झूल रहे बिजली के तार दे रहे हादसों को न्यौता, नींद में विभाग

बिलासपुर: जिला बिलासपुर के चंगर क्षेत्र का लाल देश सेवा करते हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गया. बिलासपुर के करनैल सिंह जम्मू कश्मीर में तैनात थे, इस दौरान उरी सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान उनपर एवलांच गिरने से उनकी मौत हो गई.

जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच चुका है, ऐसे में पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. शहीद के माता-पिता और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा भी शहीद के गृह क्षेत्र तरसूह गांव पहुंचे.

वीडियो रिपोर्ट.

करनैल सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है. इस दुख की घड़ी में स्थानीय लोग शहीद के परिवार को ढांढस बंधाने के लिऐ पहुंच रहे हैं. वहीं, क्षेत्र के लोगों को अपने वीर जवान की शहादत पर गर्व भी महसूस हो रहा है.

करनैल सिंह 22 साल के थे, उनके परिवार में माता-पिता के अलावा दो बहनें हैं. एक बहन की शादी हो चुकी है. वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. करनैल 2018 में सेना में भर्ती हुए थे.

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Last Updated : Feb 28, 2020, 1:42 PM IST
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