बिलासपुर: हिमाचल के बिलासपुर स्थित गोविंद सागर झील (Govind Sagar lake in Bilaspur) किनारे अज्ञात लोगों द्वारा एक्सपायरी डेट की खाद्य सामग्री फेंकी गई है. यह कृत्य बार-बार दोहराया जाता है. परंतु पर्यावरण को दूषित करने वाले लोगों पर नकेल नहीं कसी जा रही है. इसका खामियाजा पशु और झील किनारे झोपड़ी में रह रहे लोगों के बच्चों को उठाना पड़ रहा है. पशु और बच्चे एक्सपायरी डेट की खाद्य सामग्री खाकर बीमार हो रहे हैं. जिससे जीवन तथा जल जीवन पर खतरा मंडरा रहा है.
बता दें कि गोविंद सागर झील किनारे कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा हजारों एक्सपायरी डेट के चिप्स-कुरकुरे के पैकेट्स फेंके गए (Expiry date chips packets thrown in lake) हैं. सैकड़ों पैकेट्स झील में भी पहुंचे हैं. जिससे एक तरफ जहां झील का पानी दूषित हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ एक्सपायरी डेट की खाद्य सामग्री खाकर बच्चे बीमार हो रहे हैं. इस घटना से पता चलता है कि प्रशासन कूड़ा फेंकने वालों पर नकेल कसने में नाकान साबित हो रहा है.
खुले में एक्सपायरी वस्तु डिस्पोज करना अपराध: लोगों द्वारा कई बार इस बारे में प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन समाधान नहीं हो सका. प्रशासन का लचर रवैया देख लोगों में रोष है. वहीं, इस गंभीर मसले को लेकर बिलासपुर की वकील सुमन ठाकुर ने भी विरोध प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि कानून प्रक्रिया का सहारा लेकर मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक्सपायरी वस्तुओं को खुले में डिस्पोज करना कानूनी अपराध है.
आरोपियों के खिलाफ उठाए जाएंगे सख्त कदम: इस बारे में जब बिलासपुर नगर परिषद (Bilaspur Municipal Council) की कार्यकारी अध्यक्ष उर्वशी वालिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर खुले में चिप्स फेंकने वालों को नोटिस जारी किया जाएगा. नजदीकी CCTV फुटेज खंगाली जाएंगी. इस मामले में नगर परिषद द्वारा सख्त कदम उठाए जाएंगे.
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