बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर का अब जल्द ही कायाकल्प होगा. अस्पताल भवन की मरम्मत के लिए 2 करोड़, 11 लाख, 87900 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे. यह पैसा सरकार की ओर से स्वास्थ्य विभाग को जारी किया गया है, जिसके लिए जिला अस्पताल प्रशासन ने यह पैसा पीडब्लयूडी विभाग को भी सौंप दिया है और जल्द ही यहां मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा. यह काम जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एनके भारद्वाज के प्रयासों से सफल हुआ है.
चिकित्सा अधीक्षक बिलासपुर डाॅ. एनके भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल भवन के कई कक्ष की हालात जर्जर हो रही है. यह पैसा सभी कक्षों और भवनों की मरम्मत के लिए खर्च किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अस्पताल का भवन पूरी तरह से बदला जाएगा. यहां पर भवनों में रंग-रोगन से लेकर सारे कक्षों का कायाकल्प होगा. इसके साथ इसकी डाईंग भी पीडब्लयूडी विभाग के पास पहुंच गई है.
अस्पताल परिसर के ओपीडी भवन सहित चिकित्सा अधीक्षक की बिल्डिंग के कई कक्ष काफी पुराने हैं. ऐेसे में इन सभी कामों को इस एस्टीमेंट में लिया गया है, जिससे यह सारे भवन व कक्षों की मरम्मत हो जाए. चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एनके भारद्वाज ने बताया कि बिलासपुर अस्पताल में 20 करोड़ रुपये की लागत से एमसीएच यानि मदर हैल्थ एंड चाइल्ड विंग भी बनने जा रहा है, जिसके लिए सरकार की ओर से 6.5 लाख रुपये जारी हो गए है.
पीडब्लयूडी विभाग की ओर से इसका भी जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा. एमएस बिलासपुर ने बताया कि यहां पर शव गृह भी बनने जा रहा है. यह कक्ष आपातकाल ओपीडी के साथ ही बनाया जा रहा है, जिसके लिए 40 लाख रुपये का बजट जारी हुआ है. इस काम के लिए दस्तावेज प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. डाॅ. भारद्वाज ने बताया कि यहां पर आने वाले मरीजों को बैठने के लिए बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी.
मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए अस्पताल प्रशासन कार्यरत है. मरीजों को किसी भी तरह से कोई दिक्कत न हो, इसके लिए भरकस प्रयास किए जा रहे है.
एमएस ने अस्पताल परिसर का किया निरीक्षण:
चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एनके भारद्वाज ने बुधवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण भी किया है. उन्होंने सबसे पहले जिला अस्पताल की आपातकाल ओपीडी में बनाए एक कोविड सैंपल कक्ष का निरीक्षण किया. संदिग्ध मरीजों के कोविड टेस्ट की सारी व्यवस्थाओं व सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने एमसीएच सेंटर के लिए चयनित स्थान का भी निरीक्षण किया. उन्होंने शव गृह के लिए चिन्हित स्थान की भी व्यवस्थाएं जांची.