बिलासपुर: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और घुमारवीं चुनाव क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने जल शक्ति विभाग के घुमारवीं मंडल में हुई भर्तियों के मुद्दे पर जयराम ठाकुर सरकार को घेरा है. साथ ही पैरा पंप ऑपरेटर, मल्टी पर्पज वर्कर्स के पद पर हुई भर्तियों की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है, ताकि पात्र अभ्यार्थियों को उचित लाभ मिल सके.
पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के इन भर्तियों की उच्च स्तरीय जांच न करने पर कांग्रेस पात्र अभ्यार्थियों को न्याय दिलवाने के कानून एवं आंदोलनात्मक रणनीति तय करने से पीछे नहीं रहेगी.
राजेश धर्माणी ने जलशक्ति विभाग के घुमारवीं मंडल में पैरा पंप ऑपरेटर, मल्टी पर्पज वर्कर्स के पद पर हुई भर्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन पदों पर हुई भर्तियों में सत्ता पक्ष के लोगों ने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए तय नियमों की अनदेखी की है. साथ ही बड़े स्तर पर अनियमितताएं बरती गई हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास इस मुद्दे पर तथ्यपरक प्रमाण हैं. इनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इन भर्तियों में व्यापक स्तर पर अनियमिताएं बरती गई है.
राजेश धर्माणी ने कहा कि इन भर्तियों के लिए बीपीएलए, एससी और एसटी के अंक निर्धाारित नहीं किए गए हैं और अंको को वरियता दी गई. इस भर्ती में 8वीं कक्षा में 87 प्रतिशत वाले अभ्यर्थी की अपेक्षा 44 प्रतिशत अंक प्राप्त वाले को वरीयता दी गई है.
अभी तक प्रदेश के अधिकतर जिलों में 8वीं कक्षा के प्राप्तांक अंकों के विषय पर जल शक्ति विभाग ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से क्लेरिफिकेशन मांगी है, लेकिन यहां पर चहेतों को लाभ देने के लिए आनन फानन में साक्षात्कार प्रकिया पूरी कर नियुक्ति पत्र तक जारी कर दिए गए. ये पात्रता पूरी करने वाले लोगों के साथ सरासर अन्याय है.
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि इस भर्ती में शिमला क्लीन वे नाम की कंपनी ने अनुभव पत्र को मान्यता दी है, जबकि यह कंपनी एमओयू के आधार पर काम कर रही है, जोकि सही नहीं है.
पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने प्रदेश सरकार से जल शक्ति विभाग के घुमारवीं मंडल में हुई भर्तियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.
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