बिलासपुर: देश और प्रदेश में शादियों का सीजन चल रहा है. प्राचीन परंपराओं के मुताबिक विवाह के बंधन में बंधने के बाद नवविवाहित दूल्हा दुल्हन अपने परिवार के साथ दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, शक्तिपीठ नैना देवी में हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है.
मान्यता है कि विवाह के सूत्र में बंधने के बाद नवविवाहित दूल्हा-दुल्हन मां का आशीर्वाद लेने के लिए ताकि उनका वैवाहिक जीवन सुख में हो मां के दरबार में पहुंचते हैं. मां नैना देवी मंदिर में पूजा अर्चना की जाती है और मां से सुखी विवाहित जीवन का आर्शीवाद लिया जाता है.
हालांकि यह परंपरा प्राचीन समय से चलती आ रही है. पूरे परिवार के साथ दूल्हा-दुल्हन मां का झंडा लेकर मां के दरबार में पहुंचते हैं और फिर मन्दिर की परिक्रमा करके मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. उसके बाद अपने साथ आए सभी बुजुर्गों का आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं और कन्या पूजन करने के बाद यहां पूजा पाठ पूर्ण हो जाता है.
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