बिलासपुर: नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारी संघ ने नियमित पे स्केल की मांग की है. नेशनल हेल्थ मिशन के अध्यक्ष अरविंद शर्मा ने कहा कि कर्मचारी कोरोना महामारी के इस दौर में फ्रंट लाइन पर खड़े होकर सेवाएं दे रहे हैं. लैब टेक्नीशियन, फर्मासिस्ट, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी से लेकर कार्यालय का स्टाफ सभी जी जान से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, लेकिन 20 सालों से सरकार इनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही है.
नेशनल हेल्थ मिशन संघ ने कहा कि उनके लिए आज तक कोई नीति नहीं बनाई गई. कर्मचारी कम वेतन पर काम करने को मजबूर हैं. संघ वर्षों से रेगुलर पे स्केल की मांग सरकार से करता आ रहा है, लेकिन सरकार इस दिशा में नहीं सोच रही है. नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारियों में इसको लेकर भारी नाराजगी है. संघ ने कहा कि सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया तो कर्मचारी संघ आर-पार की लड़ाई लड़ेगा.
महंगाई चरम पर
संघ ने कहा कि इस समय महंगाई चरम पर होने के कारण कर्मचारियों को परेशानियों का सामन करना पड़ रहा है. करीब 150 नई नियुक्तियां की गई एनएचएम के तहत की गई हैं. पुराने कर्मचारी बिना किसी नीति और रेगुलर पे स्केल के सेवानिवृति तक पहुच गए. कर्मचारियों का जीवन बर्बाद कर दिया गया है. संघ अब कर्मचारियों का शोषण सहन नहीं करेगा.
नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह करते हुए कहा कि एनएचएम कर्मचारियों के लिए कोई नई पहल की जाए. जल्द से जल्द रेगुलर पे स्केल प्रदान किया जाए. मुख्यमंत्री से कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मिल चुके हैं, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं किया गया. 15 अगस्त तक सरकार कोई कदम उठाकर कर्मचारियों को राहत देने का प्रयास करें.