बिलासपुर: प्रदेश में आज पांच महीनों से बंद पड़े मंदिरों को खोल दिया गया है. इसी कड़ी में प्रसिद्ध शक्तिपीठ नैना देवी मंदिर के कपाट पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. मंदिर खुलने पर बीजेपी प्रवक्ता रणधीर शर्मा भी नैना देवी पहुंचे.
लगभग 6 महीनों के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार श्रद्धालुओं का इंतजार अब खत्म हो गया. सुबह की आरती के बाद मुख्य पुजारी अमित शर्मा ने पूजा अर्चना की और फिर नैना देवी मंदिर के द्वार खोले गए. साथ ही श्रद्धालुओं को माता के दर्शनों के लिए अनुमति प्रदान की गई.
इसके चलते पिछले कई महीनों से बंद शहर की दुकानें भी खुल गईं. मंदिर खुलने से दुकानदार एवं व्यापारियों को अब फिर से जिंदगी पटरी पर लौटने की आस है. हालांकि, अभी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार और अन्य प्रदेशों के श्रद्धालुओं को ई रजिस्ट्रेशन के माध्यम से अनुमति लेकर माता के दर्शनों के लिए आना पड़ेगा. पूरे दिन में लगभग 1 हजार श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन की अनुमति प्रदान की जाएगी.
वहीं, कोरोना से बचाव को लेकर मंदिर में भी कई एहतियात बरती जा रही है. नैना देवी मंदिर में मुख्य द्वार के पास टच फ्री सेनिटाइजर मशीनें और टच फ्री हैंड वॉश सिस्टम लगाया गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का मंदिर न्यास पूरा ध्यान रख रहा है.
श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए अलग-अलग रास्ते हैं. मंदिर के गर्भगृह में मात्र 1 मिनट के लिए ही श्रद्धालु रुक सकते हैं. मंदिर में किसी तरह की पूजा, हवन यज्ञ और मुंडन नहीं होगा, जबकि 65 साल से अधिक उम्र वाले श्रद्धालु और 10 साल से कम उम्र वाले बच्चे और गर्भवती महिलाएं माता के दर्शन नहीं कर पाएंगे.
मंदिर खुलने पर बीजेपी प्रवक्ता रणधीर शर्मा भी नैना देवी पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते प्रदेश के सभी मंदिरों को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने मंदिरों को खोलने का फैसला लिया गया. इसके चलते गुरुवार से मंदिरों को खोल दिया गया है.
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