बिलासपुर: डेंगू का प्रभाव कम होते ही अब स्वास्थ्य विभाग को स्वाइन फ्लू का डर सताने लगा है. स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. विभाग ने बिलासपुर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया है. वार्ड में प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर भी मरीजों का इलाज किया जाएगा.
वहीं, अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी में भी जुकाम खांसी और बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग के निर्देश दिए हैं. इसके लिए फिजिशियन को खास नजर रखने को कहा गया है. हालांकि अभी तक बिलासपुर में स्वाइन फ्लू का कोई मरीज सामने नहीं आया है.
बता दें कि वर्ष 2018 में बिलासपुर में डेंगू काफी मात्रा में फैल गई थी. जिसको लेकर देशभर के वैज्ञानिक यहां पहुंचे थे. विभाग का कहना है कि वह किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहते. डेंगू के समय विभाग ने शुरुआती दौर में ज्यादा गौर नहीं दिया था, जिसके कारण यहां पर डेंगू सबसे अधिक मात्रा में फैल गया था.
चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश आहलूवालिया ने बताया कि विभाग ने आइसोलेशन वार्ड में सभी तैयारियां पूरी कर दी है. अगर किसी भी मरीज में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं तो मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा.
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