बिलासपुर: बिलासपुर-मंडी सीमा पर कुहमझवाड पंचायत के समीप बड़ोन मझखेतर में बुधवार देर रात को बादल फटा. जिसके चलते मणी खड्ड में अचानक जलस्तर बढ़ गया. इस दौरान खड्ड किनारे स्थित कुहमझवाड स्कूल के परिसर में पानी भर गया. स्कूल का ग्राउंड पूरी तरह से बर्बाद हो गया. स्कूल भवन के पिछली तरफ से मिट्टी बह गई है. जिससे स्कूल भवन अब खतरे की जद में है. गनीमत रही कि यह घटना दिन के समय नहीं हुई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था, क्योंकि उस समय सभी छात्र स्कूल में मौजूद होते हैं.
बादल फटने से आया फ्लैश फ्लड: मिली जानकारी के अनुसार बिलापसुर-मंडी सीमा पर ऊंची पहाड़ियों के बीच बादल फटा. जिस कारण भारी मात्रा में पानी बिलासपुर जिले की 12 में आ गया. कुहमझवाड पंचायत प्रधान रेखा देवी ने बताया कि बुधवार देर रात बारिश का दौर शुरू हुआ. दो घंटे तक लगातार बारिश जारी रही. जिसके बाद मंडी जिले की तरफ पहाड़ियों पर बादल फटा. जिससे कुहमझवाड पंचायत में लोगों की उपजाऊ जमीन, फसलें बर्बाद हो गई.
स्कूल में फंसे टीचर को बचाया: बताया जा रहा है कि जब बादल फटा और मणी खड्ड में फ्लैश फ्लड आया तो उस समय स्कूल में एक अध्यापक मौजूद था. खड्ड किनारे स्कूल भवन होने के चलते खड्ड का पानी स्कूल में पहुंच गया. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के साथ अध्यापक को सुरक्षित जगह पहुंचाया. बादल फटने और बाढ़ का रौद्र रूप देखकर गांव के लोगों में डर का माहौल बन गया. वहीं, इस दौरान क्षेत्र में विद्युत आपूति भी बाधित हो गई. खड्ड किनारों से गुजरने वाली पेयजल पाइपें पानी के बहाव में बह गई.
दूसरी बार फटा बादल: गौरतलब है कि बीते साल भी इस इलाके में बादल फटने की घटना सामने आई थी. उस दौरान भी पशुशालाएं व मवेशी बह गए थे. लगातार दूसरे साल इस क्षेत्र में बादल फटा है. वहीं, एसडीएम घुमारवीं गौरव चैधरी ने कहा कि इस संबंध में तहसीलदार को मौके पर भेजा गया है. नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है. लोग सुरक्षित हैं व प्रशासन हर तरह से नजर बनाए हुए है.
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