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बारिश और तूफान से फसल को 50 फीसदी नुकसान, किसानों व बागवानों की उम्मीदों पर फिरा पानी - himachal news

प्रदेश में भारी ओलावृष्टि और तूफान से किसानों व बागवानों की गेहूं, सरसों, जौ की फसल के साथ-साथ बगीचों में सेब, मौसमी नींबू व आम के फूल झड़ने से उन्हें काफी मुक्सान हुआ है. इस वर्ष पहले पीले रतुए और अब ओलावृष्टि से किसानों को 50 फीसदी नुकसान हुआ है.

damage to crop due to rain
ओलावृष्टि और तूफान से तबाह फसल.
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Published : Apr 20, 2020, 4:29 PM IST

बिलासपुर: प्रदेश में मौसम के तेवर बदलते ही क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि और अंधड़ से किसानों की गेहूं, सरसों, जौ के साथ बागवानों के बगीचों में सेब, मौसमी नींबू व आम के पौधों पर आ रहे फूल झड़ने से नुकसान हो गया है. ओलावृष्टि से खेतों में पक चुकी रवी की फसल को भारी नुकसान हुआ है. कुछ किसानों ने गेहूं की कटाई शुरू कर दी है, उनके खेतों में पानी भर गया है और खड़ी फसल ओलों से खेतों में झड़ गई है.

किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गंदम की फसल को खासा नुकसान हुआ है. इस बार पहले पीला रतुआ और अब ओलावृष्टि से उनहें 50 फीसदी नुकसान हुआ है. अंधड़ से बागवानों को भी भारी नुकसान हो गया है.

जिले के 65 हजार किसान परिवार खेतीबाड़ी पर ही निर्भर हैं और करीब 32 हजार हेक्टेयर पर खेतीबाड़ी की जाती है, लेकिन पक्की हुई फसल के समय ओलावृष्टि से किसानों की इस बार फसल अच्छी होने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट: हेलो मां! मैं विदेश में लॉकडाउन हूं...बस अपना ख्याल रखना

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किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गंदम की फसल को खासा नुकसान हुआ है. इस बार पहले पीला रतुआ और अब ओलावृष्टि से उनहें 50 फीसदी नुकसान हुआ है. अंधड़ से बागवानों को भी भारी नुकसान हो गया है.

जिले के 65 हजार किसान परिवार खेतीबाड़ी पर ही निर्भर हैं और करीब 32 हजार हेक्टेयर पर खेतीबाड़ी की जाती है, लेकिन पक्की हुई फसल के समय ओलावृष्टि से किसानों की इस बार फसल अच्छी होने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.

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