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मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 18 परिवार हुए लाभान्वित, खेतों में 1797 मीटर तक हुई सोलर बाड़ बंदी

ग्राम पंचायत घंडीर के गांव दधोग के किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ सामूहिक तौर लेने का निर्णय लिया. दधोग गांव के 18 परिवारों ने मिल कर अपनी जमीन की सामूहिक सौलर बाड़ बंदी करवाई और योजना का लाभ प्राप्त किया.

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Published : Jun 24, 2020, 5:14 PM IST

farmers benefited
मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना

बिलासपुर: झंडूता उपमंडल की ग्राम पंचायत घण्डीर के गांव दधोग के लोग कृषि पर ही निर्भर है, उनकी आर्थिकी का एकमात्र साधन खेती-बाड़ी है. सरयाली खड्ड के किनारे भूमि होने के कारण जमीन काफी उपजाऊ है, लेकिन आवारा पशुओं के झूंड आते हैं और फसलों को नष्ट करते व खा लेते हैं, जिससे किसानों की आर्थिकी को बहुत नुकसान हो रहा है और किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसान दिन-रात खेतों में पहरा देकर पशुओं को भगाने में लगे रहते हैं और कई बार पशु उन्हें घायल करके भी चले जाते हैं. ऐसे में किसानों ने कई बार निराश होकर खेती-बाड़ी न करने का फैसला लिया, लेकिन उन्हें भविष्य में आर्थिकी का कोई साधन नजर नहीं आता है.

प्रदेश सरकार ने शुरू की मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना

वहीं, किसानों को इस संकट से निकालने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना की जानकारी मिलते ही, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने कृषि विभाग से संपर्क किया. कृषि विभाग के अधिकारियों ने उन्हें मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि फसलों को पशुओं से बचाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है, जिसके तहत किसानों को बाड़ लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है.

farmers benefited
योजना से लाभान्वित किसान.

इस योजना के अंतर्गत किसानों को 80 से 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों और बागवानों दोनों के लिए फायदेमंद है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लिए किसानों को 20 प्रतिशत तक राशी खर्च करनी पड़ेगी. वहीं, यदि कोई किसान अकेले इस योजना का लाभ उठाने में असमर्थ है तो किसान सामुहिक तौर पर भी इस योजना का लाभ उठा सकते है और समूह में इस योजना के तहत किसानों को सिर्फ 15 प्रतिशत राशि ही देनी होगी.

दधोग के किसानों ने उठाया मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ

ग्राम पंचायत घंडीर के गांव दधोग के किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ सामूहिक तौर लेने का निर्णय लिया. दधोग गांव के 18 परिवारों ने मिल कर अपनी जमीन की सामूहिक सौलर बाड़ बंदी करवाई और योजना का लाभ प्राप्त किया, जिसमें 85 प्रतिशत अनुदान सरकार की ओर से दिया गया. दधोग गांव के 178 बीघा 6 बिस्वा क्षेत्र कवर किया गया है. इस सौलर बाड़ बंदी पर 16 लाख 63 हजार 5 सौ 30 रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें 14 लाख 14 हजार रुपये सरकार की ओर से अनुदान दिया गया और 2 लाख 49 हजार 5 सौ 30 रुपये का किसानों का शेयर शामिल है. इसके तहत खेतों के चारों ओर 1797 मीटर सोलर स्वचलित बाड़ लगाई गई है, जिसके लिए सोलर से चार्ज 3 बैटरियों लगाई गई है ताकि बाड़ रात को भी काम कर सके.

farmers benefited
योजना से लाभान्वित किसान.
क्या कहा किसानों ने योजना को लेकर

किसानों ने बताया कि सोलर बाड़ बंदी के बाद इस बार उन्होंने अपने खेतों में गेंहू की भरपूर फसल लगाई है. इससे पहले फसलों की रखवाली करने के लिए काफी लोगों को खेतों में रूकना पड़ता था, लेकिन अब वो बिना किसी डर से दिन में अपने बाकी काम करने के लिए बाहर जा रहे है और अपनी आर्थिकी को मजबूत करने के लिए दिहाड़ी इत्यादि का काम कर रहे है. कृषि विभाग की ओर से किसानों के हित के लिए इस योजना को शुरू करने के लिए किसानों ने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है.

किसानों को नियमित रुप से जागरूक करता है कृषि विभाग

विषय वाद विशेषज्ञ कृषि झंडूता अशोक चंदेल ने बताया कि कृषि विभाग के माध्यम से किसानों के लाभ के लिए चलाई जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में नियमित रूप से उन्हें जागरूक किया जाता है और कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि किसान इन योजनाओं का लाभ लेकर लाभावित हो सके और अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बना सके. उन्होंने बताया कि दधोग गांव के किसानों ने इस योजना का लाभ लेकर मिसाल कायम की है.

बिलासपुर: झंडूता उपमंडल की ग्राम पंचायत घण्डीर के गांव दधोग के लोग कृषि पर ही निर्भर है, उनकी आर्थिकी का एकमात्र साधन खेती-बाड़ी है. सरयाली खड्ड के किनारे भूमि होने के कारण जमीन काफी उपजाऊ है, लेकिन आवारा पशुओं के झूंड आते हैं और फसलों को नष्ट करते व खा लेते हैं, जिससे किसानों की आर्थिकी को बहुत नुकसान हो रहा है और किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किसान दिन-रात खेतों में पहरा देकर पशुओं को भगाने में लगे रहते हैं और कई बार पशु उन्हें घायल करके भी चले जाते हैं. ऐसे में किसानों ने कई बार निराश होकर खेती-बाड़ी न करने का फैसला लिया, लेकिन उन्हें भविष्य में आर्थिकी का कोई साधन नजर नहीं आता है.

प्रदेश सरकार ने शुरू की मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना

वहीं, किसानों को इस संकट से निकालने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना की जानकारी मिलते ही, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने कृषि विभाग से संपर्क किया. कृषि विभाग के अधिकारियों ने उन्हें मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि फसलों को पशुओं से बचाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है, जिसके तहत किसानों को बाड़ लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है.

farmers benefited
योजना से लाभान्वित किसान.

इस योजना के अंतर्गत किसानों को 80 से 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों और बागवानों दोनों के लिए फायदेमंद है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लिए किसानों को 20 प्रतिशत तक राशी खर्च करनी पड़ेगी. वहीं, यदि कोई किसान अकेले इस योजना का लाभ उठाने में असमर्थ है तो किसान सामुहिक तौर पर भी इस योजना का लाभ उठा सकते है और समूह में इस योजना के तहत किसानों को सिर्फ 15 प्रतिशत राशि ही देनी होगी.

दधोग के किसानों ने उठाया मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ

ग्राम पंचायत घंडीर के गांव दधोग के किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ सामूहिक तौर लेने का निर्णय लिया. दधोग गांव के 18 परिवारों ने मिल कर अपनी जमीन की सामूहिक सौलर बाड़ बंदी करवाई और योजना का लाभ प्राप्त किया, जिसमें 85 प्रतिशत अनुदान सरकार की ओर से दिया गया. दधोग गांव के 178 बीघा 6 बिस्वा क्षेत्र कवर किया गया है. इस सौलर बाड़ बंदी पर 16 लाख 63 हजार 5 सौ 30 रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें 14 लाख 14 हजार रुपये सरकार की ओर से अनुदान दिया गया और 2 लाख 49 हजार 5 सौ 30 रुपये का किसानों का शेयर शामिल है. इसके तहत खेतों के चारों ओर 1797 मीटर सोलर स्वचलित बाड़ लगाई गई है, जिसके लिए सोलर से चार्ज 3 बैटरियों लगाई गई है ताकि बाड़ रात को भी काम कर सके.

farmers benefited
योजना से लाभान्वित किसान.
क्या कहा किसानों ने योजना को लेकर

किसानों ने बताया कि सोलर बाड़ बंदी के बाद इस बार उन्होंने अपने खेतों में गेंहू की भरपूर फसल लगाई है. इससे पहले फसलों की रखवाली करने के लिए काफी लोगों को खेतों में रूकना पड़ता था, लेकिन अब वो बिना किसी डर से दिन में अपने बाकी काम करने के लिए बाहर जा रहे है और अपनी आर्थिकी को मजबूत करने के लिए दिहाड़ी इत्यादि का काम कर रहे है. कृषि विभाग की ओर से किसानों के हित के लिए इस योजना को शुरू करने के लिए किसानों ने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है.

किसानों को नियमित रुप से जागरूक करता है कृषि विभाग

विषय वाद विशेषज्ञ कृषि झंडूता अशोक चंदेल ने बताया कि कृषि विभाग के माध्यम से किसानों के लाभ के लिए चलाई जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में नियमित रूप से उन्हें जागरूक किया जाता है और कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि किसान इन योजनाओं का लाभ लेकर लाभावित हो सके और अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बना सके. उन्होंने बताया कि दधोग गांव के किसानों ने इस योजना का लाभ लेकर मिसाल कायम की है.

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