ऊना: डीसी ऊना संदीप कुमार ने ग्राम पंचायत अजौली में बने ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र का निरीक्षण किया. संयंत्र में लगी मशीनरी और कचरे प्रबंधन के बारे में परियोजना अधिकारी से जानकारी भी ली.
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी डीआरडीए राजेंद्र गौतम व पंचायत प्रधान प्रवीण कपिला ने डीसी संदीप कुमार को बताया कि संयंत्र को बनाने में 35 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है और इससे अजौली के सात वार्डों को लाभ मिल रहा है. साथ ही बताया कि घर-घर से कचरा इकट्ठा करने के लिए तीन रिक्शा खरीदे गए हैं और कूड़ा इकट्ठा करने के बाद इसे अलग-अलग किया जाता है. इसके अलावा जैविक कूड़े को मशीन में डाकर उसकी खाद बनाई जा रही है, जबकि प्लास्टिक को अलग करने के बाद उसके छोटे-छोटे टुकड़े करने के लिए अलग से मशीन लगाई गई है.
परियोजना अधिकारी डीआरडीए राजेंद्र गौतम ने डीसी को बताया कि जैविक कूड़े का निष्पादन करने वाली मशीन की कीमत आठ लाख रुपये है और इसकी क्षमता 150 किलो प्रति दिन है. वहीं, बायो मेडिकल वेस्ट इंसीनेटर की लागत लगभग तीन लाख रुपये है और इसकी क्षमता 15 किलो प्रति घंटे है.
डीसी ऊना संदीप कुमार ने बताया कि पंचायत जैविक कूड़े से तैयार खाद व प्लास्टि के टुकड़ों को बेचने की योजना बना रही है, ताकि इससे पंचायत को कुछ आय हो सके और संयंत्र को चलाने में आसानी हो.