चिंतपूर्णी: 17 अक्बटूर से शुरू हो रहे चिंतपूर्णी नवरात्र मेलों के दौरान निजी लंगर लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. यह बात मंदिर आयुक्त एवं उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने बुधवार को डीआरडीए हॉल में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही. डीसी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ऊना ने यह फैसला लिया है.
उन्होंने लंगर लगाने वाली सभी संस्थाओं से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस से बचाने के लिए लंगर न लगाएं और प्रशासन की मदद करें. उन्होंने कहा कि नवरात्र मेलों के अवसर पर मंदिर परिसर में हवन का आयोजन और कन्या पूजन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.
डीसी ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं के प्रसाद, नारियल व झंडा इत्यादि चढ़ाने के अतिरिक्त ढ़ोल नगाड़े, लाउड स्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने पर भी प्रतिबंध रहेगा. डीसी ने बताया कि श्रद्धालु सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक ही दर्शन कर सकेंगे और दर्शन करने के लिये श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची एडीबी भवन, शंभू बैरियर, एडीबी पार्किंग और एमआरसी पार्किंग से मिलेगी.
इसके अतिरिक्त कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रत्येक श्रद्धालु की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी. उन्होंने श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि वे मंदिर में माल वाहक वाहनों में न आकर, बसों के माध्यम से ही आएं. उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन की ओर से पार्किंग व्यवस्था की जाएगी. साथ ही श्रद्धालु केवल चिन्हित स्थानों पर ही अपनी गाड़ी पार्क करें.
डीसी ने मंदिर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और मास्क का प्रयोग अवश्य करें. डीसी ने अपील की है कि बीमार, बुजुर्ग और बच्चे नवरात्र के दौरान मंदिर न आएं.
साथ ही किसी भी व्यक्ति में खांसी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण हैं तो वह भी मेलों में आने से परहेज रखें. उन्होंने कहा कि लक्षण वाले व्यक्तियों को आइसोलेट किया जाएगा. वहीं, बैठक में एसपी अर्जित सेन ठाकुर, एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, एएसपी विनोद सहित मौजुद रहे.