चिंतपूर्णी: विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतापूर्णी के दरबार का प्रसाद अब लोगों को घर में ही मिल सकेगा. श्रावण अष्टमी के मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस विशेष योजना का शुभारंभ किया.
कोरोना संकट के चलते श्रद्धालुओं के मंदिर में आने जाने को लेकर पाबंदी लगी है. पाबंदी के मद्देनजर मंदिर न्यास ने ऑनलाइन प्रसाद के लिए अपनी वेबसाइट पर विशेष लिंक स्थापित किया है जिसके जरिए श्रद्धालु ऑनलाइन प्रसाद मंगवा सकेंगे. इसके लिए बाकायदा बुकिंग शुरू हो चुकी है. प्रसाद अलग-अलग मात्रा में अलग-अलग रेटों पर उपलब्ध रहेगा. इस प्रसाद में ड्राई फ्रुट्स, देसी घी की पिन्नियां, माता रानी की छोटी चुनरी और जय माता दी लिखे हुए पटके होंगे.
प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी के भक्तों को अब घर बैठे ही माता का प्रसाद मिल सकेगा. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अष्टमी पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका शुभारंभ किया. प्रसाद अलग-अलग मात्रा में अलग-अलग रेटों पर उपलब्ध रहेगा. यही नहीं मंदिर न्यास श्रद्धालुओं को भेजने वाले इन प्रसाद के डिब्बों पर मंदिर भवन की फोटो के साथ भोग प्रसाद भी लिखा होगा.
प्रसाद के डिब्बों का मूल्य 201 रुपये, 601 और 1101 रुपये रखा गया है. डिब्बों में ड्राई फ्रुट्स, देसी घी की पिन्नियां, माता रानी की छोटी चुनरी और जय माता दी लिखे हुए पटके होंगे. कोरोना महामारी के चलते पिछले चार महीनों से श्रद्धालु माता रानी के ऑनलाइन दर्शन कर रहे हैं और ऑनलाइन चढ़ावा चढ़ा रहे हैं. फिलहाल ऑनलाइन प्रसाद की बुकिंग शुरू हो चुकी है.
वहीं, कोरोना संकट के बीच ऊना प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए माता के दरबार को फूलों से सजाया है और माता की भेटों वाला वीडियो भी जारी किया है जिसे श्रद्धालु ऑनलाइन कभी भी सुन भी सकते हैं और देख भी सकते हैं.
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