सोलन: भारत को कई संस्कृतियों का संगम कहा जाता है. उसी में से एक त्योहार है भाई बहन के प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार. रक्षाबंधन पर बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई हमेशा बहन की रक्षा का बचन देता है, कई बहनें भाई के घर आने का इंतजार करती हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने दूरियां बढ़ा दी हैं.
कोरोना महामारी के बीच रक्षा बंधन पर किसी भाई की कलाई सूनी ना रह जाए इसको लेकर डाक मंडल सोलन ने कमर कसी हुई है. भाई-बहन के अटूट प्रेम के इस पर्व पर डाक मंडल के अधीन सभी डाकघरों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
इन निर्देशों के बीच कोरोना के चलते बरती जाने वाली सावधानियों का भी ख्याल रखने के लिए सख्त हिदायत दी गई है. नतीजन पिछले कुछ दिनों में ही डाक विभाग में सिर्फ स्पीड पोस्ट के ग्राहकों में ही 20% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इतना ही नहीं अभी तक 6000 राखियां बाहरी राज्यों में भेजी जा चुकी है और करीब 8000 राखियां मंडल में वितरित की जा चुकी है.
रक्षाबंधन की प्रतीक्षा न केवल बहनों को बल्कि भाइयों को भी रहती है. भाई की कलाई पर राखी बांध बहनें उनकी लंबी आयु की दुआ मांगती हैं. वहीं, भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देते हैं. इसके अलावा बहनों को भाइयों से मिलने वाले उपहारों का बेसब्री से इंतजार रहता है.
सोलन डाक विभाग मंडल के अधीक्षक हेम शंकर शर्मा ने बताया कि सोलन मंडल के अधीन सोलन व सिरमौर दो जिला आते हैं. इसमें करीब 350 डाकघर व उप डाकघर है. इन सभी डाकघरों में कर्मियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. 10 रुपये में स्पेशल लैमिनेटेड लिफाफा राखी के लिए डाक विभाग द्वारा भी उपलब्ध करवाया जा रहा है और इसमें राखियों को सुरक्षित पहुंचाया जा सकता है.
वहीं, यह लिफाफा वॉटरप्रूफ है. दोनों जिला के सभी मुख्य जगहों पर ये लिफाफे उपलब्ध करवाए गए हैं. डिमांड बढ़ने पर समय समय पर स्टेशन पर भी भेजे जा रहे हैं. अभी तक मंडल के अधीन करीब दो हजार लिफाफे बेचे जा चुके हैं. हेम शंकर शर्मा ने बताया कि बाहर से आ रही राखियां और यहां से बाहर भेजी जा रही है. सभी राखियां को समय रहते स्थान तक पहुंचाया जा रहा है. उन सभी राखियों को विभाग सेनिटाइज कर रहा है ताकि कोरोना के संक्रमण से भी बचा जाए.
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