सोलन: अश्वनी खड्ड में गंदा पानी आने के कारण अब सोलन शहर में पेयजल संकट बढ़ने की स्थिति बन चुकी (dirty water in Ashwani Khad) है. गंदा पानी आने के कारण जल शक्ति विभाग द्वारा अश्वनी खड्ड से पानी की आपूर्ति रोक दी गई है. अब गिरि पेयजल योजना से ही जलापूर्ति की जा रही है. जिससे सोलन शहर के साथ-साथ अन्य कई क्षेत्रों में भी पानी की आपूर्ति पर गहरा संकट मंडराने लगा (People facing problem in solan) है. सोलन शहर में अब नगर निगम दो दिन छोड़कर वार्डों में पानी का वितरण कर सकता है. वर्तमान में निगम के 17 वार्डों में एक दिन छोड़कर पानी वितरित किया जा रहा है.
नगर निगम सोलन के सहायक आयुक्त विश्रुत भारती ने कहा कि अश्वनी नदी में झाग वाला पानी आने से जलशक्ति विभाग ने पानी की लिफ्टिंग बंद कर दी है. वहीं अब गिरी पेयजल योजना पर पानी के लिए निर्भरता बढ़ (water scarcity in solan city) जाएगी. निगम में पानी वितरण विभाग की मानें तो बुधवार को जल शक्ति विभाग द्वारा 13.50 लाख गैलन पानी दिया गया. जबकि सोलन शहर में प्रतिदिन 22 से 23 लाख गैलन पानी की आवश्कता होती है.
ये बोले जलशक्ति विभाग के अधिकारी: वहीं फोन पर बातचीत के दौरान जल शक्ति विभाग सोलन के एक्सईएन रविकांत शर्मा ने बताया कि अश्वनी खड्ड में गंदा पानी आने के कारण फिलहाल वहां से पेयजल आपूर्ति रोक दी गई है. वहीं, पानी के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं. जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती है तब तक गिरी पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति की जाएगी.
गंदे दूषित पानी से फैला था पीलिया: बता दें कि 3 से 4 साल पहले भी शिमला की ओर से आए गंदे पानी से अश्वनी खड्ड में पानी पूरी तरह से दूषित हो गया था. ऐसे में सोलन शहर और जिले के कई क्षेत्रों में पीलिया जैसी गंभीर बीमारी उत्पन्न हो गई थी. वहीं एक बार फिर गंदा पानी आने से लोगों में दहशत का माहौल है, लेकिन जल शक्ति विभाग द्वारा पानी की आपूर्ति पूरी तरह से रोक दी गई है.
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