सोलन: जिला के बच्चों को बेहतर और गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले, इसलिए शिक्षा मैसेंजर हिमाचल शिक्षा धर्मार्थ संस्था की तरफ से एक कौशल विकास शैक्षणिक संस्थान की स्थापना की जाएगी. इसी के तहत समझौता ज्ञापन प्रदेश सरकार की ओर से संस्था के साथ किया गया है.
इस समझौता ज्ञापन के तहत जिला सोलन के कसौली तहसील के गांव सनवारा में स्थानीय लोगों के लिए एक डे-स्कूल और कौशल विकास संस्थान की स्थापना की जाएगी. समझौता ज्ञापन पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की उपस्थिति में गुरुवार को राज्य सरकार की ओर से उच्च शिक्षा निदेशक डॉक्टर अमरजीत शर्मा और मैसेंजर हिमाचल शिक्षा विकास धर्मार्थ संस्था की ओर से अध्यक्ष सुखजिंदर पाल ने हस्ताक्षर किए. संस्थान का निर्माण 19 करोड़ की लागत से किया जाएगा और इस संस्थान के बनने से लगभग 65 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल देशभर में अग्रणी राज्यों में जाना जाता है. केरल के बाद हिमाचल साक्षरता दर में दूसरे स्थान पर आता है और शिक्षा के क्षेत्र में बेस्ट परफॉर्मेंस का अवॉर्ड भी हिमाचल को मिल चुका है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में हर क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट हो और प्रदेश का विकास हो इसलिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा इन्वेस्टमेंट की दृष्टि से कई एमओयू साइन किए गए हैं.
बता दें कि जिस संस्था के साथ ये एमओयू साइन किया गया है, उनका जिला सोलन के सुबाथू में पाइनग्रोव स्कूल है. इस स्कूल में जिला के सरकारी स्कूलों के बच्चों में से 2 से 4 बच्चों को अपनी छात्रवृत्ति योजना के तहत मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं. गरीब बच्चों का चयन परीक्षा के आधार पर किया जा रहा है. 6 सालों में 20 ऐसे बच्चों को इस छात्रवृत्ति के तहत अपने स्कूल में शिक्षा देने का लक्ष्य स्कूल ने रखा है. इसी योजना के तहत ये एमओयू भी प्रदेश सरकार के साथ संस्था ने किया है, जहां 50 फीसदी आरक्षण पर गरीब और प्रतिभावान छात्रों को डे स्कूल और कौशल विकास शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश दिया जाएगा.