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Coronavirus: मास्क-सेनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने के लिए सोलन में छापेमारी - सोलन कोरोना का खौफ

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला सोलन में एन-95 मास्क, ग्लब्ज व सेनिटाइजर की कालाबाजारी को रोकने के लिए दवा दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इससे अधिक दामों पर ये तीनों वस्तुएं बेची जाएंगी तो कर्रवाई की जाएगी.

solan Food supply department raids
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Published : Mar 18, 2020, 8:32 PM IST

सोलन: देशभर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के चलते एन-95 मास्क, ग्लब्ज व सेनिटाइजर आवश्यक वस्तु घोषित होने के बाद हिमाचल प्रदेशें में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग भी हरकत में आ गया है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला सोलन में इनकी कालाबाजारी को रोकने के लिए दवा दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया.

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मिलाप शांडिल की अगुवाई में विभाग ने यह कर्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि बाजार में अब तीनों आइटम 10 फीसदी मार्जिन से अधिक मूल्य पर नहीं बिक सकती. यदि इससे अधिक दामों पर ये तीनों वस्तुएं बेची जाएंगी तो कर्रवाई की जाएगी.

वीडियो.

निरीक्षण के दौरान सभी दवा विक्रेताओं को रेट लिस्ट लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं. विभाग की इस कर्रवाई में सामने आया कि सोलन में इनका स्टॉक ही पर्याप्त नहीं है. हालांकि दवा विक्रेता एमआरपी पर ही सेनिटाइजर को बेच रहे थे.

ये भी पढ़ें- फर्जी डिग्री मामला: रजिस्ट्रार अनुपमा की जमानत याचिका खारिज, 30 मार्च तक न्यायिक हिरासत में

सोलन: देशभर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के चलते एन-95 मास्क, ग्लब्ज व सेनिटाइजर आवश्यक वस्तु घोषित होने के बाद हिमाचल प्रदेशें में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग भी हरकत में आ गया है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला सोलन में इनकी कालाबाजारी को रोकने के लिए दवा दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया.

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मिलाप शांडिल की अगुवाई में विभाग ने यह कर्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि बाजार में अब तीनों आइटम 10 फीसदी मार्जिन से अधिक मूल्य पर नहीं बिक सकती. यदि इससे अधिक दामों पर ये तीनों वस्तुएं बेची जाएंगी तो कर्रवाई की जाएगी.

वीडियो.

निरीक्षण के दौरान सभी दवा विक्रेताओं को रेट लिस्ट लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं. विभाग की इस कर्रवाई में सामने आया कि सोलन में इनका स्टॉक ही पर्याप्त नहीं है. हालांकि दवा विक्रेता एमआरपी पर ही सेनिटाइजर को बेच रहे थे.

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