शिमला: राजधानी शिमला में मानसून की पहली बारिश ने ही शहर में पानी का संकट खड़ा कर दिया है. बारिश के चलते गिरी और गुम्मा दोनों ही परियोजनाओं में गाद आ गई है, जिसकी वजह से शहर में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. पानी में गाद भरने की वजह से पंपिंग नहीं हो रही, जिससे पानी की सप्लाई बाधित हो रही है.
शहर में गुरुवार को 29.69 एमएलडी पानी की आपूर्ति ही हो पाई है. ऐसे में आज कई हिस्सों में शहर में लोगों को पानी नहीं मिल पाएगा. दोनों परियोजनाओं गिरी और गुम्मा में बुधवार रात हुई बारिश की वजह से गाद आने से पानी की पंपिंग नहीं हो पाई.
पानी में गाद जमा होने से पानी में पांच हजार एनटीयू आ रही है जिससे पानी मटमेला हो गया है. गाद न होने से पानी की पंपिंग भी अच्छी होती है और पानी अच्छे से फिल्टर होता है. इस तरह की शिकायत बरसात के दौरान गाद आने से जरूर आती है.
पानी में जो गाद आ रही है इससे पानी इतना मटमेला हो गया है कि शहर के लिए पानी की पंपिंग भी पूरी तरह से नहीं हो पा रही है. जहां शहर में हर रोज 45 एमएलडी पानी आता था. वहीं, आज 29.69 एमएलडी पानी की सप्लाई ही हो पाई है.
गिरी परियोजना जहां से हर रोज 16 एमएलडी पानी आता था. वहीं, आज 4 एमएलडी पानी ही आया है, जबकि गुम्मा में 20 एमएलडी की जगह 16 एमएलडी पानी ही आया है. अन्य परियोजनाओं से भी पानी कम आया है.
बुधवार को भी पानी की सप्लाई कम हुई थी जिससे शिमला के न्यू शिमला के कुछ इलाकों और बीसीएस, कंगनाधार, पंधा घाटी, विकास नगर, देव नगर इन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बाधित हुई है. आज भी पानी के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ेगा.
जल निगम के एमडी धर्मेंद्र गिल ने कहा कि परियोजनाओं में गाद आने से पानी की पंपिंग नहीं हो पाई है. ऐसे में पानी की सप्लाई कम हुई है जिससे कई हिस्सों में आज पानी नहीं आ पाएगा, लेकिन मौसम साफ होने पर पानी पर्याप्त मात्रा में आना शुरू हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: हमीरपुर में आज होगी BJP की वर्चुअल रैली, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे संबोधित