शिमला: शिक्षक और गैर शिक्षकों को 4 अप्रैल के बाद स्कूल बुलाया जा सकता है. प्रदेश सरकार ने कोरोना के चलते 15 अप्रैल तक स्कूलों को बंद रखने की घोषण की है, लेकिन शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षकों और गैर शिक्षकों को 15 अप्रैल तक छुट्टी नहीं दी जाएगी.
हालांकि शिक्षा विभाग को सरकार की ओर से 15 अप्रैल तक स्कूलों को बंद रखने के आधिकारिक अधिसूचना का इंतजार है. 15 अप्रैल तक स्कूलों को बंद करने की घोषणा के चलते सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और गैर शिक्षक स्टाफ को स्कूल आना है या नहीं, इसे लेकर संशय बना हुआ है.
हालांकि शिक्षा विभाग का प्रस्ताव है कि शिक्षकों और गैर शिक्षक स्टाफ को इस अवधि में अवकाश नहीं दिया जाए. विभाग के अनुसार प्रदेश में नगर निगम चुनावों को लेकर शिक्षकों और गैर शिक्षक स्टाफ की डयूटी लगाई गई है. इसके अतिरिक्त स्कूलों में नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया से लेकर अन्य शैक्षणिक कार्य किए जाने हैं.
ऐसे में शिक्षकों और गैर शिक्षक स्टाफ को 4 अप्रैल के बाद स्कूल बुलाया जा सकता है. स्कूलों को 15 अप्रैल तक बंद करने के सरकार के आदेशों को लेकर शिक्षा विभाग ने अभी कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की है. शिक्षा विभाग का कहना है कि जैसे ही प्रदेश सरकार से 15 अप्रैल तक स्कूलों को बंद रखने की नोटिफिकेशन मिलेगी, वैसे ही शिक्षा विभाग भी इस बारे में अधिसूचना जारी कर देगा.
4 अप्रैल के बाद स्कूलों में शिक्षकों को बुलाया जाएगा
प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग का प्रस्ताव है कि 4 अप्रैल के बाद स्कूलों में शिक्षकों और गैर शिक्षकों को बुलाया जाएगा, उनके लिए 15 अप्रैल तक छुट्टी नहीं होगी. स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया 5 अप्रैल से शुरू किया जाएगा. शिक्षा निदेशक ने बताया कि सरकार के 15 अप्रैल तक स्कूल बंद रखने की आदेशों की आधिकारिक नोटिफिकेशन मिलते ही शिक्षा विभाग भी अधिूसचना जारी कर देगा.
बता दें कि रविवार तक अवकाश होने के चलते अब संभावना है कि सोमवार को स्कूलों को 15 अप्रैल तक बंद रखने की अधिसूचना जारी की जा सकती है.
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