कुल्लू: जिला लाहौल स्पीति में चल रही 3 दिवसीय स्कीइंग एंड स्नो बोर्ड चैंपियनशिप सोमवार को संपन्न हो गई. इस प्रतियोगिता में छह स्वर्ण पदकों के साथ हिमाचल पहले स्थान पर रहा है. आर्मी की टीम ने तीन स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे व आइटीबीपी (भारतीय तिब्बत सीमा सुरक्षा बल) व जम्मू कश्मीर की टीमें दो-दो स्वर्ण पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
तीन दिवसीय इस चैंपियनशिप में 14 प्रतियोगिताएं हुई. चैंपियनशिप में (Skiing and Snowboard Championship) आर्मी व आइटीबीपी सहित कर्नाटक, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड सहित लाहौल स्पीति की टीम के 215 खिलाड़ियों ने भाग लिया. हिमाचल की टीम ने छह स्वर्ण, आठ रजत व पांच कांस्य पदकों के साथ कुल 19 पदक प्राप्त किए. आर्मी की टीम ने तीन स्वर्ण पदक, तीन रजत पदक व चार कांस्य पदक के साथ कुल 10 पदक हासिल किए.
जम्मू कश्मीर की टीम ने दो स्वर्ण पदक व एक रजत पदक हासिल किया. आइटीबीपी की टीम ने दो स्वर्ण एक रजत व एक कांस्य पदक जीता. कर्नाटक की टीम ने एक स्वर्ण पदक, एक रजत व एक कांस्य पदक जबकि उत्तराखंड की टीम ने तीन रजत प्राप्त किए. प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुष वर्ग की स्नो बोर्ड सलालम प्रतियोगिता हुई, जिसमें जम्मू-कश्मीर की टीम का दबदबा रहा. जिसमें मेहराज जुद्दीन खान ने स्वर्ण पदक जीता. वही, आर्मी के विवेक राणा ने रजत,जबकि आर्मी के ही कर्ण सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया.
लाहौल-स्पीति के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए लाहौल-स्पीति चैंपियनशिप का आयोजन किया, जिसमें सोनम दावा ने स्वर्ण, सूरज ने रजत व टशी ने कांस्य पदक हासिल किया. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने सभी विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया. पहले स्थान पर आने पर खिलाडिय़ों को 10 हजार, दूसरे स्थान वाले को 7000 व तीसरे स्थान वाले को 5000 की राशि देकर सम्मानित किया.
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहली बार (Championship in Lahaul Spiti) आयोजित हुई चैंपियनशिप में देश भर से 215 खिलाड़ियों ने भाग लिया. वहीं, स्की एंड स्नो बोर्ड इंडिया के महामंत्री रूप चंद नेगी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य देश में नए स्की स्लोप तलाशना है और सरकार की मदद से उन्हें विकसित करना है, ताकि खिलाड़ियों को विदेश न जाना पड़े.
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