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एक महीने बाद भी नहीं लगा ठियोग में NH-5 पर डंगा, लोगों में रोष - रहीघाट

राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर ठियोग में गिरे डंगे को महीना बीत जाने के बाद भी अब तक नहीं लगाया गया है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने रोष जताया है और सरकार से जल्द डंगा लगाए जाने की मांग की है.

shimla NH 5 road road caved in
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Published : Sep 9, 2019, 10:20 AM IST

Updated : Sep 9, 2019, 1:35 PM IST

शिमलाः राजधानी में सरकार व प्रशासन हादसे के दो-तीन दिन तक तो ऐसे जागरूक होते हैं कि मानो चंद दिनों में समस्या को हल कर देंगे, लेकिन सरकारी तंत्र की कुम्भरणी नींद और नेताओं के वायदे हाल-फिलहाल सामने आ ही जाते हैं. ऐसा ही कुछ ठियोग में भी देखने को मिल रहा है. जहां डंगा गिरने से सरकार की नींद तो टूट गयी, लेकिन प्रशासन फिर भी सोता नजर आ रहा है.

ठियोग के नेशनल हाईवे-5 पर रहीघाट में बीते दिनों डंगा गिरने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि प्रशासन ने दस दिनों में डंगा लगाने की बात कही थी, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी अब तक डंगा नहीं लगाया गया है. इसे लेकर लोगों में भारी रोष है. डंगा गिरने से कई घरों पर नुकसान होने का खतरा मंडरा रहा है.

वीडियो.

लोगों ने कहा कि इस हादसे में किसी की जान तो नहीं गई थी, लेकिन प्रशासन व सरकार ऐसे हादसे के इंतजार में नजर आ रहे हैं. मार्ग से पैदल चलने वाले लोगों व स्कूली बच्चों को गुजरते हुए हादसे का डर सताता रहता है. बता दें कि रोजाना सेब से लदे भारी भरकम ट्रक भी यहां से गुजरते हैं.

लोगों ने इस समस्या के लिए नगर परिषद ठियोग को भी जिम्मेदार ठहराया है. लोगों का कहना है कि परिषद इस सड़क की ओर आ रहे सीवरेज के पानी को रोकने में लापरवाही करता रहा. जिससे अब लोगों के लिए ये परेशानी खड़ी हो गई है.

डंगा गिरने के बाद दो दिन तक सेब सीजन और शिमला की रफ्तार थम गई थी. इस डंगे की चपेट में आई 6 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. आनन-फानन में नेशनल हाईवे अथॉरिटी, डीसी और सरकार के मंत्रियों ने इस डंगे को महज 10 दिन में लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है और अब तक हालात वैसे ही बने हुए हैं.

डंगा टूटने से रोजाना घण्टों जाम की स्थिति बनी रहती है. पुलिस के तीन से चार कर्मचारी सिटी बजा बजा कर थक जाते हैं. लोगों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द डंगे का निर्माण करने की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें- बड़सर पुलिस ने ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर की सख्ती, वसूला 7100 रुपये का जुर्माना

शिमलाः राजधानी में सरकार व प्रशासन हादसे के दो-तीन दिन तक तो ऐसे जागरूक होते हैं कि मानो चंद दिनों में समस्या को हल कर देंगे, लेकिन सरकारी तंत्र की कुम्भरणी नींद और नेताओं के वायदे हाल-फिलहाल सामने आ ही जाते हैं. ऐसा ही कुछ ठियोग में भी देखने को मिल रहा है. जहां डंगा गिरने से सरकार की नींद तो टूट गयी, लेकिन प्रशासन फिर भी सोता नजर आ रहा है.

ठियोग के नेशनल हाईवे-5 पर रहीघाट में बीते दिनों डंगा गिरने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि प्रशासन ने दस दिनों में डंगा लगाने की बात कही थी, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी अब तक डंगा नहीं लगाया गया है. इसे लेकर लोगों में भारी रोष है. डंगा गिरने से कई घरों पर नुकसान होने का खतरा मंडरा रहा है.

वीडियो.

लोगों ने कहा कि इस हादसे में किसी की जान तो नहीं गई थी, लेकिन प्रशासन व सरकार ऐसे हादसे के इंतजार में नजर आ रहे हैं. मार्ग से पैदल चलने वाले लोगों व स्कूली बच्चों को गुजरते हुए हादसे का डर सताता रहता है. बता दें कि रोजाना सेब से लदे भारी भरकम ट्रक भी यहां से गुजरते हैं.

लोगों ने इस समस्या के लिए नगर परिषद ठियोग को भी जिम्मेदार ठहराया है. लोगों का कहना है कि परिषद इस सड़क की ओर आ रहे सीवरेज के पानी को रोकने में लापरवाही करता रहा. जिससे अब लोगों के लिए ये परेशानी खड़ी हो गई है.

डंगा गिरने के बाद दो दिन तक सेब सीजन और शिमला की रफ्तार थम गई थी. इस डंगे की चपेट में आई 6 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. आनन-फानन में नेशनल हाईवे अथॉरिटी, डीसी और सरकार के मंत्रियों ने इस डंगे को महज 10 दिन में लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है और अब तक हालात वैसे ही बने हुए हैं.

डंगा टूटने से रोजाना घण्टों जाम की स्थिति बनी रहती है. पुलिस के तीन से चार कर्मचारी सिटी बजा बजा कर थक जाते हैं. लोगों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द डंगे का निर्माण करने की गुहार लगाई है.

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Intro:राष्टीय राजमार्ग 5 पर ठियोग में गिरे डंगे को लगाना भुला प्रशासन।10 दिन में डंगा लगाने का दिया था आश्वासन।एक महीने बाद भी हालात जस के तस।रोजाना लोगों हो रही दिक़्क़त।डंगा गीरने से कई घरों पर भी मंडरा रहा खतरा।लोगों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार जल्द हो डंगे का निर्माण।Body:
हादसा होने के बाद सरकार और सरकारी तंत्र
की नींद तब तक नही टूटती जब तक कोई जानी नुकसान न हो जाये।और हादसे के बाद लोगों को दिलासा देने के लिए नेता और प्रशासन कोई मौका नहीं गंवाता।प्रशासन हादसे के दो तीन दिन तक ऐसे जागरूक होता है मानो चंद दिनों में सभी समस्याएं हल हो जाएगी।लेकिन हकीकत किसी से नही छिपी है सरकार तंत्र की कुम्भरणी नींद ओर नेताओं के वायदे फिलहाल सामने आ ही जाते है।ऐसा ही कुछ ठियोग में भी देखने की मिल रहा है।जंहा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर रहीघाट में डंगा गिर जाने से सरकार की नींद तो टूट गयी लेकिन फिर प्रशासन सोता नजर आ रहा है।डंगा गिरने के बाद जब दो दिन तक सेब सीजन ओर शिमला की रफ्तार थम गई।तो आनन फानन में डीसी साहब को सभी विभागों की मीटिंग बुलानी पड़ी।इस डंगे की चपेट में आई 6 गाड़िया भी किसी काम की नही रही।और नेशनल हाइवे ओर डीसी से लेकर सरकार के मंत्री ने इस डंगे को महज 10 दिन में लगाने को कह दिया।लेकिन हकीकत सबके सामने है।एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन यंहा पर डंगा तो दूर डंगे के लिए एक पथर तक नही उतरा।और हालत ऐसे है कि रोजाना घण्टों जाम की स्थिति बनी रहती है।पुलिस के तीन से चार कर्मचारी सिटी बजा बजा कर थक जाते है।की कोई उनकी सिटी से जाग जाये।लेकिन लगता है प्रशासन को ओर गहरी नींद आ गई है।ओर यंहा जनता परेशान है पैदल चलने वाले लोगों और स्कूल के बच्चों को यंहा से गुजरते हुए डर लगा रहता है कि कंही कोई हादसा न हो जाये।रोजाना सेब से लदे भारी भरकम ट्रक जाते है।लेकिन सरकारी नाकामी से सब परेशान है ओर बेबस है ।लोगों का कहना है कि ठेकेदार भी लापरवाही से काम करते है।जिससे ये डंगे गिर जाते है। ओर इसको ठीक करने मेंं कई महीने ओर साल लग जाते है।
बाईट,,,स्थानीय जनता

ऊपरी शिमला का प्रवेश द्वार ठियोग इस डंगे के गिर जाने से कई दिक्कतों का सामना कर रहा है।लोगों का कहना है कि इस हादसे में किसी की जान तो नही गई।लेकिन सरकार ऐसे हादसे के इंतजार में है।ओर शर्म की बात है कि 10 दिन में डंगा लगाने का आश्वासन देने वाला प्रशासन महीने बाद भी नही जाग रहा।

बाईट,,, स्थानीय लोग

वंही स्थानीय लीगो ने इस डंगे के गिर जाने के लिए नगर परिषद को भी जिम्मेदार ठहराया है।स्थानीय निवासी श्याम वर्मा का कहना है कि उन्होंने इस डंगे को लेकर तीन बार प्रशासन को सचेत कराया लेकिन किसी के कानों में जूं तक नही रेंगी।श्याम वर्मा का कहना है कि वार्ड नो 7 का सारा सीवरेज का पानी इस डंगे के पास आता रहा।लेकिन शिकायत करने पर भी नगर परिषद सोया रहा।जिसके चलते आज यर समस्या सामने आई है और इसके लिए नगर परिषद जिमेदार है।उन्होंने कहा कि इस डंगे के गिर जाने से कई मकानों के भी गिर जाने का खतरा पैदा हो गया है।लोगों ने मुख्यमंत्री से इस समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की है।

बाईट,,, श्याम वर्मा
स्थानीय निवासीConclusion:आपको बता दे कि जंहा नगर परिषद ठियोग इस सड़क की ओर आ रहे सीवरेज के पानी को रोकने में लापरवाही करता रहा।वन्ही अब जिला प्रशासन भी 10 दी में डंगे लगाने के दावे करने पर अभी तक कागजों के फेर में लोगों को उलझा रहा है।जिसके चलते सेब से लदी गाड़ियों ओर स्थानीय लोगों को दिन भर यंहा समस्याओं से झूझना पड़ता है।
Last Updated : Sep 9, 2019, 1:35 PM IST
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