शिमला: पुनर्सीमांकन के बाद शिमला नगर निगम चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. डीलिमिटेशन के बाद एक बार फिर नए सिरे से मतदाता सूचियां जारी की गई हैं. वहीं, राजनीतिक दल घर द्वार जाकर मतदाता सूचियों की जांच में जुट गए हैं. कांग्रेस ने नई मतदाता सूचियों को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं और चुनाव आयोग पर गलत मतदाता सूची जारी करने के आरोप लगाए हैं. शुक्रवार को कांग्रेस के पार्षद पूर्व पार्षद पर नेता राज्य चुनाव आयोग के सचिव सुरजीत सिंह राठौर से मिले और इसे सही करने की मांग की. साथ ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी.
कांग्रेस के प्रदेश सचिव सुशांत कपरेट ने मतदाता सूची पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुनर्सीमांकन के बाद जारी की गई मतदाता सूची पूरी तरीके से गलत है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के पार्षद पूर्व पार्षद वार्ड में गए तो पाया कि सूचियों में नाम एक वार्ड से दूसरे वार्ड में कर दिए गए हैं. एक ही परिवार के सदस्य अलग-अलग वार्ड में कर दिए गए हैं. कुछ मतदाता तो ऐसे हैं जो दोनों वार्डों के बीच में आते हैं वो किस से अपने काम करवाएंगे.
सुशांत कपरेट ने कहा कि इसका (Shimla Municipal Corporation Election) उदहारण छोटा शिमला है. जहां वार्ड के साथ स्ट्रॉबेरी वार्ड के जो लोग ब्रॉकहोस्ट में आने थे उन्हें छोटा शिमला वार्ड में जोड़ दिया है, इसी प्रकार की त्रुटियां शिमला शहर के सभी वार्डों में है. इलेक्शन कमीशन की त्रुटियों को आज कांग्रेस के पार्षदों पूर्व पार्षदों ने उठाया है. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले पर जल्द कार्रवाई नहीं की जाती तो कांग्रेस कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी.
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