शिमलाः राजधानी के आइजीएमसी में वीरवार को भर्ती किए गए कोरोना के संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. अस्पताल की माइक्रोबायोलॉजी लैब में किए गए टेस्ट के बाद यह रिपोर्ट सामने आई है. हालांकि मरीज के स्वास्थ्य के प्रति अधिक एतिहात बरतने के लिए पुणे लैब में मरीज का एक और सैंपल कुरियर के माध्यम से भेजा गया है. दूसरी रिपोर्ट आने तक मरीज को आइसोलेशन वार्ड में ही भर्ती रखा जाएगा.यह मरीज हांग कांग से 10 दिन पहले शिमला वापिस लौटा था. बीते दिन खांसी, जुकाम की शिकायत के बाद उपचार के लिए आइजीएमसी पहुंचा.
इसके बाद मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. इससे पहले 3 मार्च को बिलासपुर का एक संदिग्ध अस्पताल में भर्ती था, उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे वापिस घर भेज दिया था. स्टेट सर्विलेंस अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने बताया कि आइजीएमसी में वीरवार को भर्ती किए गए मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है.
अस्पताल के एमएस डॉ. जनकराज ने कहा कि रिपोर्ट नेगटिव आई है. शुक्रवार को कोरोना का कोई संदिग्ध नहीं आया है. अभी तक कोई मामला प्रदेश में कोरोना वायरस का नही आया है.
प्रदेश में कुल 469 लोग कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आए हैं. इनमें से शिमला के 7 लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं. संदिग्ध लोगों को अस्पतालों में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. वहीं स्कूलों और कॉलेजों में छात्र- छात्राओं को कोरोना वायरस पर जागरूक भी किया जा रहा है.
बता दें कि उपनगर जतोग से 60 साल का एक व्यक्ति जुखाम खांसी का मरीज अस्पताल पहुंचा. अस्पताल प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इनका भी टेस्ट करवाने का फैसला लिया है. फिलहाल इन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा है. वहीं, इनकी विदेशी जाने की हिस्ट्री को पता किया जा रहा है. कहीं, बीच में देश के बड़े राज्यों में तो ट्रेवल नहीं किया था, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।आईजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज ने मामले की पुष्टि की है.
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