शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से एबीवीपी ने सरकार और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के उप-कुलपति के खिलाफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
छात्रों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर हल्ला बोला और सरकार से इन नीतियों को वापस लेने की मांग की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार विद्यालय और महाविद्यालय तो सरकार ने अलग-अलग जगहों पर खोल दिए हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बताया कि तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर और क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी में भी शिक्षकों और गैर शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. साथ ही फीस में बढ़ोतरी करके छात्रों पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है, जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा से महरूम रहना पड़ रहा है.
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एबीवीपी जिला संयोजक सचिन ने कहा कि धरना प्रदर्शन के माध्यम से मांग उठाई गई है कि हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर और क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी में शिक्षकों और गैर शिक्षकों की नियमित भर्तियां की जाएं. उन्होंने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर व वानिकी और बागवानी विश्वविद्यालय में बढ़ाई गई फीस को वापस लिया जाए और उसके साथ ही एचपीयू के इक्डोल में की गई 25 से 30 फीस वृद्धि को वापस लिया जाए.
एबीवीपी जिला संयोजक सचिन ने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी मेडिकल महाविद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए और प्रदेश में आउटसोर्सिंग भर्तियों पर प्रतिबंध लगाकर नियमित रूप से भर्तियां की जाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार इन सभी मांगों को समय रहते पूरा नहीं करती है तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में अपने आंदोलन को उग्र करेगी.