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मंगलवार से खुलेंगे राजधानी शिमला के निजी स्कूल, ट्रैफिक से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार

मंगलवार से खुलेंगे राजधानी शिमला के निजी स्कूल ट्रैफिक से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार एडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन

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Published : Mar 4, 2019, 10:22 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में मंगलवार को करीब दो महीने के बाद निजी स्कूल खुलेंगे. स्कूलों के खुलने से शिमला में जाम की स्थिति प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है.

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जाम की समस्या से आम आदमी को परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने एडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है, जो पुलिस विभाग के साथ जाम की स्थिति से निपटेगी. प्रशासन ने दावा किया है कि स्कूल खुलने पर बच्चों को सुरक्षा सहित जाम से निजात दिलाई जाएगी.

राजधानी शिमला में हर वर्ष देखा जाता है कि जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा स्कूल खुलने से पहले बच्चों की सुरक्षा और जाम से निजात दिलाने के लिए दावे तो एक से बढ़कर एक किए जाते हैं, लेकिन जब सभी स्कूल खुलते हैं तो प्रशासन के सभी दावे और प्लान फेल हो जाते हैं. शहर में स्पीड ब्रेक न होने से भी काफी हादसे देखने को मिलते हैं.

पुलिस की गाइड लाइन, इन चीजों का रखना होगा ध्यान

आपातकालीन में गाड़ी पार्क की तो नंबर लिखना अनिवार्य
अवैध रूप से वाहन खड़े करने पर लगाया जाएगा जुर्माना
नशे की हालत में गाड़ी न चलाए
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें
स्कूली बच्चों को गाड़ी में छोड़ने वाले चालक ड्रेस में हो
गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करें
सड़कों पर अवैध रूप से वाहन पार्क किए तो क्रेन से उठाएगी पुलिस
स्कूलों के पास से गुजरते समय गाड़ी धीरे चलाए गाड़ी
स्कूली गाड़ियों में ओवरलोडिंग न हो
क्षमता से अधिक बच्चों को गाड़ी में बिठाने पर होगी कार्रवाई
गाड़ी चलाते समय चालकों को सीट बेल्ट पहनना जरूरी
स्कूलों के बाहर 3 से 4 पुलिस जवान रहेंगे तैनात

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इस संबंध में शिमला के एसपी ओमापति जम्वाल का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए शिमला पुलिस बिल्कुल तैयार है. स्कूल के बाहर पुलिस के 3 से चार जवान तैनात रहेंगे ताकि बच्चों को स्कूल आते और स्कूल से जाते समय कोई समस्या न हो.

एसपी ओमापति जम्वाल ने कहा कि जो नियम लागू किए गए हैं उसकी पालन करनी होगी. बच्चों के सुरक्षा के लिए पुलिस एकदम तैयार है. जाम से लोगों को दिक्कतें नहीं आने दी जाएगी.

शिमला: राजधानी शिमला में मंगलवार को करीब दो महीने के बाद निजी स्कूल खुलेंगे. स्कूलों के खुलने से शिमला में जाम की स्थिति प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है.

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जाम की समस्या से आम आदमी को परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने एडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है, जो पुलिस विभाग के साथ जाम की स्थिति से निपटेगी. प्रशासन ने दावा किया है कि स्कूल खुलने पर बच्चों को सुरक्षा सहित जाम से निजात दिलाई जाएगी.

राजधानी शिमला में हर वर्ष देखा जाता है कि जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा स्कूल खुलने से पहले बच्चों की सुरक्षा और जाम से निजात दिलाने के लिए दावे तो एक से बढ़कर एक किए जाते हैं, लेकिन जब सभी स्कूल खुलते हैं तो प्रशासन के सभी दावे और प्लान फेल हो जाते हैं. शहर में स्पीड ब्रेक न होने से भी काफी हादसे देखने को मिलते हैं.

पुलिस की गाइड लाइन, इन चीजों का रखना होगा ध्यान

आपातकालीन में गाड़ी पार्क की तो नंबर लिखना अनिवार्य
अवैध रूप से वाहन खड़े करने पर लगाया जाएगा जुर्माना
नशे की हालत में गाड़ी न चलाए
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें
स्कूली बच्चों को गाड़ी में छोड़ने वाले चालक ड्रेस में हो
गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करें
सड़कों पर अवैध रूप से वाहन पार्क किए तो क्रेन से उठाएगी पुलिस
स्कूलों के पास से गुजरते समय गाड़ी धीरे चलाए गाड़ी
स्कूली गाड़ियों में ओवरलोडिंग न हो
क्षमता से अधिक बच्चों को गाड़ी में बिठाने पर होगी कार्रवाई
गाड़ी चलाते समय चालकों को सीट बेल्ट पहनना जरूरी
स्कूलों के बाहर 3 से 4 पुलिस जवान रहेंगे तैनात

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इस संबंध में शिमला के एसपी ओमापति जम्वाल का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए शिमला पुलिस बिल्कुल तैयार है. स्कूल के बाहर पुलिस के 3 से चार जवान तैनात रहेंगे ताकि बच्चों को स्कूल आते और स्कूल से जाते समय कोई समस्या न हो.

एसपी ओमापति जम्वाल ने कहा कि जो नियम लागू किए गए हैं उसकी पालन करनी होगी. बच्चों के सुरक्षा के लिए पुलिस एकदम तैयार है. जाम से लोगों को दिक्कतें नहीं आने दी जाएगी.


मंगलवार से खुलेंगे शहर के नामी स्कूल ,ट्रैफिक जाम से निजात पुलिस के लिए बड़ी चुनोती

शिंमला।

शिमला शहर में मंगलवार को बच्चों के स्कूल खुलते ही ट्रैफिक की समस्या एक प्रशासन के लिए चुनौति बन जायेगी।
  शिमला में नामी स्कूल मंगलवार से खुलने है। ऐसे में ट्रैफिक की समस्या चिंता का विषय बन गया है।

हर वर्ष राजधानी में बच्चों को टै्रफिक की समस्या से झुझना पड़ता है। जो स्कूल सड़क किनारे बने है यहां पर तो बच्चे सुरक्षित भी नहीं है। बच्चे यहां पर ट्रैफिक की समस्या के कारण सड़क को क्रॉस भी नहीं कर पाते है। ऐसे में बच्चों को यह भी डर ही लगा रहता है कि वे गाडिय़ों की चपेट में न आए। इससे पहले भी शिमला में गाडिय़ों की टक्कर से बच्चों की जान तक गई है।
प्रशासन ने दावा किया है कि स्कूल खुलने पर बच्चों को सुरक्षा सहित जाम से निजात दिलाई जाएगी। राजधानी शिमला में हर वर्ष ही देखा जाता है कि जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा स्कूल खुलने से पहले बच्चों की सुरक्षा और जाम से निजात दिलाने के लिए दावे तो एक से बढ़कर एक किए जाते है, लेकिन जब सभी स्कूल खुलते है तो प्रशासन के सभी दावें और प्लान फेल हो जाते है। अब देखना यह है कि इस बार प्रशासन ट्रैफिक को कितना कंट्रोल कर पाता है। स्थानीय लोगों के मुंह से तो सिर्फ एक शबद  निकलता है कि प्रशासन पहले ही प्लान तैयार करे और जो लोग और स्कूल  प्रशासन नियमों की पालना नहीं करता है उनके कार्रवाई करे।  



हादसे कम करने के लिए स्पीड ब्रेक होना जरूरी

शहर में स्पीड ब्रेक न होने से हादसे काफी नजर आते है। गाडियों की तेज रफ्तार के कारण बच्चें चपेट में आ जाते है। इससे पह ले गाडियों की चपेट से स्कूली बच्चों की जान तक जा चुकी है। इसकों लेकर प्रशासन को सखत कदम उठाने चाहिए। तेज रफतार में चलने वाली गाडिय़ों से बच्चों स्कूलों के बाहर डर ही लगा रहता है कि वे गाडिय़ों की चपेट में न आए।

नुलिस की गाईड लाईन, इन चिजों का रखना होगा ध्यान 

-आपातकालीन में गाड़ी पार्क की तो नम्बर  लिखना अनिवार्य
-अवैध रूप से वाहन खड़े करने पर लगाया जाएगा जुर्माना
-नशे की हालत में गाड़ी न चलाए।
-गाड़ी चलाते समय मोबाईल फोन का इस्तेमाल न करे।
-स्कूली बच्चों को गाड़ी में छोडऩे वाले चालक ड्रैस में हो।
- गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करे।
-सड़कों पर अवैध रूप से वाहन पार्क किए तो क्रेन से उठाएगी पुलिस
-स्कूलों के पास से गुजरते समय धीरे चलाए गाड़ी।
- स्कूली गाडिय़ों में ओवरलोडिंग न हो।
-बच्चों को सुरक्षित होकर गाड़ी में बिठाए।
-क्षमता से अधिक बच्चों को गाड़ी में बिठाने पर होगी कार्रवाई।
- गाड़ी चलाते समय चालकों को सीट बैल्ट पहनना जरूरी।

स्कूलों के बाहर 3 से 4 पुलिस जवान रहेंगे तैनात

इस सम्बनध में  एस.पी. शिमला ओमापति जंवाल ने बताया कि बच्चें की सुरक्षा के लिए शिमला पुलिस बिल्कुल तैयार है। कुछ स्कूल खुल चुके है कुछ खुलने बाकि है। जैसे ही राजधानी के सभी स्कूल खुलेंगे तो स्कूल के बाहर पुलिस के 3 से चार जवान तैनात रहेगे। ताकि बच्चों को स्कूल आते और स्कूल से जाते समय कोई दिक्कतें न आए। हमने स्कूल के प्रधानाचार्य को भी पहले ही अवगत करवाया गया है कि स्कूल के पास कुछ अध्यापकों को भी तैनात किया जाए। ताकि बच्चे सुरक्षित रहे। स्कूली गाड़ी और बसों के चालक को भी सर्तक रहना होगा। जो नियम लागू किए गए है उसकी पालना करनी होगी। बच्चों के सुरक्षा के लिए पुलिस एकदम तैयार है। जाम से लोगों को दिक्कतें नहीं आने दी जाएगी।

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