शिमला: राजधानी शिमला में मंगलवार को करीब दो महीने के बाद निजी स्कूल खुलेंगे. स्कूलों के खुलने से शिमला में जाम की स्थिति प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है.
जाम की समस्या से आम आदमी को परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने एडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है, जो पुलिस विभाग के साथ जाम की स्थिति से निपटेगी. प्रशासन ने दावा किया है कि स्कूल खुलने पर बच्चों को सुरक्षा सहित जाम से निजात दिलाई जाएगी.
राजधानी शिमला में हर वर्ष देखा जाता है कि जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा स्कूल खुलने से पहले बच्चों की सुरक्षा और जाम से निजात दिलाने के लिए दावे तो एक से बढ़कर एक किए जाते हैं, लेकिन जब सभी स्कूल खुलते हैं तो प्रशासन के सभी दावे और प्लान फेल हो जाते हैं. शहर में स्पीड ब्रेक न होने से भी काफी हादसे देखने को मिलते हैं.
पुलिस की गाइड लाइन, इन चीजों का रखना होगा ध्यान
आपातकालीन में गाड़ी पार्क की तो नंबर लिखना अनिवार्य
अवैध रूप से वाहन खड़े करने पर लगाया जाएगा जुर्माना
नशे की हालत में गाड़ी न चलाए
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें
स्कूली बच्चों को गाड़ी में छोड़ने वाले चालक ड्रेस में हो
गाड़ी चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करें
सड़कों पर अवैध रूप से वाहन पार्क किए तो क्रेन से उठाएगी पुलिस
स्कूलों के पास से गुजरते समय गाड़ी धीरे चलाए गाड़ी
स्कूली गाड़ियों में ओवरलोडिंग न हो
क्षमता से अधिक बच्चों को गाड़ी में बिठाने पर होगी कार्रवाई
गाड़ी चलाते समय चालकों को सीट बेल्ट पहनना जरूरी
स्कूलों के बाहर 3 से 4 पुलिस जवान रहेंगे तैनात
इस संबंध में शिमला के एसपी ओमापति जम्वाल का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए शिमला पुलिस बिल्कुल तैयार है. स्कूल के बाहर पुलिस के 3 से चार जवान तैनात रहेंगे ताकि बच्चों को स्कूल आते और स्कूल से जाते समय कोई समस्या न हो.
एसपी ओमापति जम्वाल ने कहा कि जो नियम लागू किए गए हैं उसकी पालन करनी होगी. बच्चों के सुरक्षा के लिए पुलिस एकदम तैयार है. जाम से लोगों को दिक्कतें नहीं आने दी जाएगी.