शिमला: अडानी द्वारा सेब के दामों में की गई कमी पर कांग्रेस हमलावर हो गई और सरकार से अडानी की लूट से बागवानों को बचाने की मांग की है. शिमला में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सेब के दाम न मिलने से किसान व बागवान खासे मायूस हैं. बागवानों पर पहले बेमौसमी बारिश व बर्फबारी ने कहर बरपाया. अब जो बची हुई फसल थी उसके भी उन्हें दाम नहीं मिल रहे हैं.
पार्टी कार्यालय में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि इस समय बागवानों की बेहद बड़ी परेशानियां हैं और उनसे हो रही लूट में सरकार भी बराबर की भागीदार है. उन्होंने कहा कि अडानी ने सेब की खरीद का काम शुरू कर दिया है. जिससे सेब की पूरी मार्केट ही क्रैश हो गई है.
उन्होंने सबसे अच्छी वैरायटी का सेब भी बेहद कम कीमत पर खरीदा है. अडानी अपने कोल्ड स्टोर में इस सेब को रखकर बाद में महंगे दामों पर सेब को बेचेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी एक तरफ देश में मोदी के साथ मिलकर देश को लूट रहा है तो दूसरी ओर हिमाचल के बागवानों से भी लूट खसूट की जा रही है. जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा.
राठौर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय से चल रही कीटनाशक व फफूंदनाशक पर सब्सिडी को सरकार ने खत्म कर दिया है जिसका भी नुकसान हुआ है. एंटी हेल नेट भी विशेष कंपनियों से ही खरीदने पड़ रहे हैं जिसमें सरकार की मिलीभगत लगती है.
उन्होंने कहा कि सेब की पेटी पर 450 से 500 रुपए खर्चा आता है. मार्केट में सेब 500 से 600 रुपए बिक रहा है. ऐसे में बागवान पूरी तरह हताश हो चुके हैं. सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर रही है. उन्होंने सरकार से जम्मू कश्मीर की तर्ज पर सेब पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की मांग उठाई.
राठौर ने कहा कि जम्मू कश्मीर में नैफेड बागवानों से सेब खरीद रही है तो हिमाचल में ऐसा क्यों नहीं हो सकता. इसके लिए सरकार को कदम उठाना होगा तभी बागवानों को फायदा मिलेगा. एक सवाल के जवाब में राठौर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो सेब का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने पर विचार किया जाएगा.
राठौर ने बागवानी मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्हें बागवानों की कोई चिंता नहीं है जिन्हें तुरंत पद से हटा देना चाहिए. उन्होंने कहा किकेंद्र सरकार द्वारा जारी तीन काले कानूनों का खामियाजा प्रदेश के बागवानों को भुगतना पड़ रहा है.
वहीं, डीजीपी को लेकर सामने आए एक मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि बार काउंसिल किसी मामले में डीजीपी को कटघरे में खड़ा कर रही है तो यकीनन वो सही होगा और कांग्रेस बार काउंसिल के साथ है. क्योंकि वो खुद अधिवक्ता हैं, इसलिए वह बार काउंसिल के निर्णय का स्वागत करते हैं.
उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान पर भी हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि बार काउंसिल में हर विचारधारा के लोग हैं. स्वतंत्र विचारधारा के लोग भी बार काउंसिल में है.
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