शिमलाः जिला व्यापार मंडल की नई कार्यकारिणी को अध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने फर्जी करार दिया है. इसके अलावा नई कार्यकारिणी के खिलाफ पुलिस में शिकायत देने के साथ ही कोर्ट में भी चुनौती देने की चेतवानी दे दी है.
व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंदरजीत ने पत्रकारवार्ता में कहा कि मार्च 2021 तक कार्यकारणी का कार्यकाल है और ऐसे में किसी को भी इस कार्यकारणी को भंग करने का अधिकार नहीं है. जिस चुनाव समिति ने आज नई कार्यकारिणी गठित की है वे चुनाव समिति है ही नहीं. उन्होंने कहा कि जल्द ही नई चुनाव समिति का गठन किया जाएगा, जोकि चुनाव का काम देखेगी.
अध्यक्ष इंदरजीत ने कहा कि कुछ कारोबारियों ने अपने निजी स्वार्थ के चलते शहर के कारोबारियों को बांटने की कोशिश है, जिसके खिलाफ एसपी को शिकायत दी है और कोर्ट में भी चुनौती दी जाएगी. उन्होंने कहा कि शहर में 3 हजार व्यापारी हैं. इन लोगों ने दस लोगों के साथ बैठकर नई कार्यकारिणी का गठन किया है.
जबकि शिमला व्यापार मंडल पंजीकृत मंडल है और इसका अपना संविधान है, जिसके तहत प्रधान या जनरल हाउस में ही कार्यकारिणी को भंग किया जा सकता है. शिमला व्यापार मंडल के चुनावों को लेकर समिति गठित की जाएगी, जिसमें उप नगरों के व्यापारियों को भी शामिल किया जाएगा .
वहीं, इंदरजीत ने पूर्व चुनाव समिति के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि व्यापार मंडल ने ऑडिट करवाया है और जनरल हाउस में पूरा हिसाब रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि जनरल हाउस करवाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन कोरोना के चलते अनुमति नहीं मिल पाई है. वहीं, जैसी ही अनुमति मिलेगी जनरल हाउस किया जाएगा और चुनावों की घोषणा की जाएगी.
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