हमीरपुर: डॉक्टर्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा (doctors protest against hp government) खोल दिया है. वीरवार को हमीरपुर में डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सकों ने 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक (strike of doctors in hamirpur) रखी. 2 घंटे तक चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठे, जिस कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि इस दौरान आपातकालीन सेवा जारी रही.
हिमाचल प्रदेश डॉक्टर एसोसिएशन (himachal pradesh doctors association) के महासचिव डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि वेतन विसंगतियों को लेकर चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे हैं. एक सप्ताह तक हर रोज 2 घंटे की हड़ताल होगी, यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल भी शुरू की जा सकती है.
चिकित्सकों को पंजाब के आधार पर वेतन नहीं दिया जा रहा है. इसके साथ ही एनपीए में भी कई विसंगतियां हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने लगातार अपनी बेहतर सेवाएं दी हैं. कम सुविधाओं के बावजूद चिकित्सक अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं और इसकी तारीफ प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं. प्रदेश सरकार ही चिकित्सकों की राहों में रोड़े अटकाने का काम कर रही है.
डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि सरकार चिकित्सकों के एनपीए को 25 से घटाकर 20 कर रही है और इसे एक जनवरी 2016 से लागू किया जा रहा है. क्या कभी एनपीए भी बैक डेट से लागू होता है. यदि सरकार ने उनके हित में निर्णय नहीं लिया तो चिकित्सक अनिश्चितकाल हड़ताल पर जाने से भी गुरेज नहीं करेंगे. यदि ऐसा हुआ तो स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा जाएगी और इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.
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