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डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत! कैंसर अस्पताल पर लगे गंभीर आरोप

आईजीएमसी स्थित कैंसर अस्पताल के एचओडी पर एक शख्स ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़ित का कहना है कि उनकी पत्नी की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है. अगर आरोपी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

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Published : Aug 13, 2019, 6:13 PM IST

पूर्ण चंद शर्मा, पीड़ित

शिमला: डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है, लेकिन अगर वही धरती के भगवान मरीज की जान बचाने की जगह उसे मौत के मुंह में पहुंचाने का बंदोबस्त कर दे तो आप क्या कहेंगे. ऐसा ही मामला राजधानी शिमला में सामने आया है. जहां एक शख्स ने अपनी पत्नी की मौत का जिम्मेवार सीधे तौर पर डॉक्टर को ठहराया है.

शख्स का आरोप है कि आईजीएमसी में स्थित कैंसर अस्पताल के एचओडी ने उनकी पत्नी को बिना जांच किए ही कीमो देना शुरू कर दिया और बाद में मरीज को कैंसर होने से मनाकर पेन कीलर देना शुरू कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई.


प्राप्त जानकारी के अनुसार शिमला में रहने वाले पूर्ण चंद शर्मा ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी पत्नी को 15फरवरी 2015 में यूट्रस में समस्या के कारण केएनएच अस्पताल में चेक करवाया. जहां डॉक्टरों ने बिना जांच किए ही कहा कि मरीज को कैंसर है.

इसके बाद पूर्ण चंद अपनी पत्नी को लेकर कैंसर अस्पताल गया. जहां चिकित्सकों ने बिना टेस्ट किए कीमो देना शुरू कर दिया. कुछ दिनों के इलाज के बाद डॉक्टरों ने कहा कि मरीज अब ठीक है कैंसर नहीं है. 2017 में महिला फिर से बीमार हुई तब पूर्ण कैंसर अस्प्ताल ले गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें चंडीगढ़ स्थित आईबी अस्पताल में जांच करवाने का कहा.

आईबी अस्पताल में जांच में पता चला की महिला को कैंसर है वो भी लास्ट स्टेज में. लेकिन जब शिमला कैंसर अस्पताल में रिपोर्ट दिखाया तो डॉक्टरों ने कहा कि रिपोर्ट गलत है. डॉक्टरों ने कहा कि महिला को कैंसर नहीं है, इन्हें सिर्फ पेन किलर दो. इसके बाद 26 नवंबर 2018 को महिला की हालत फिर से बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने फिर से महिला को पेन किलर दी. इसके बाद दूसरे दिन 27 नवंबर को महिला की मौत हो गई.

पूर्ण चंद शर्मा, पीड़ित

पूर्ण चंद का आरोप है कि उनकी पत्नी को कैंसर था और यह बात चिकित्सकों को भी पता थी लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती. पूर्ण ने मांग की है कि आरोपी एचओडी पर सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

शिमला: डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है, लेकिन अगर वही धरती के भगवान मरीज की जान बचाने की जगह उसे मौत के मुंह में पहुंचाने का बंदोबस्त कर दे तो आप क्या कहेंगे. ऐसा ही मामला राजधानी शिमला में सामने आया है. जहां एक शख्स ने अपनी पत्नी की मौत का जिम्मेवार सीधे तौर पर डॉक्टर को ठहराया है.

शख्स का आरोप है कि आईजीएमसी में स्थित कैंसर अस्पताल के एचओडी ने उनकी पत्नी को बिना जांच किए ही कीमो देना शुरू कर दिया और बाद में मरीज को कैंसर होने से मनाकर पेन कीलर देना शुरू कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई.


प्राप्त जानकारी के अनुसार शिमला में रहने वाले पूर्ण चंद शर्मा ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी पत्नी को 15फरवरी 2015 में यूट्रस में समस्या के कारण केएनएच अस्पताल में चेक करवाया. जहां डॉक्टरों ने बिना जांच किए ही कहा कि मरीज को कैंसर है.

इसके बाद पूर्ण चंद अपनी पत्नी को लेकर कैंसर अस्पताल गया. जहां चिकित्सकों ने बिना टेस्ट किए कीमो देना शुरू कर दिया. कुछ दिनों के इलाज के बाद डॉक्टरों ने कहा कि मरीज अब ठीक है कैंसर नहीं है. 2017 में महिला फिर से बीमार हुई तब पूर्ण कैंसर अस्प्ताल ले गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें चंडीगढ़ स्थित आईबी अस्पताल में जांच करवाने का कहा.

आईबी अस्पताल में जांच में पता चला की महिला को कैंसर है वो भी लास्ट स्टेज में. लेकिन जब शिमला कैंसर अस्पताल में रिपोर्ट दिखाया तो डॉक्टरों ने कहा कि रिपोर्ट गलत है. डॉक्टरों ने कहा कि महिला को कैंसर नहीं है, इन्हें सिर्फ पेन किलर दो. इसके बाद 26 नवंबर 2018 को महिला की हालत फिर से बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने फिर से महिला को पेन किलर दी. इसके बाद दूसरे दिन 27 नवंबर को महिला की मौत हो गई.

पूर्ण चंद शर्मा, पीड़ित

पूर्ण चंद का आरोप है कि उनकी पत्नी को कैंसर था और यह बात चिकित्सकों को भी पता थी लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती. पूर्ण ने मांग की है कि आरोपी एचओडी पर सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

Intro:
शिमला में पति ने पत्नी की मौत के लिए केंसर अस्प्ताल को बताया दोषी ,कार्यवाही की मांग।
शिमला।
धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर शिमला में एक ब्यक्ति ने पत्नी की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेवार ठहराया है। ब्यक्ति का आरोप है की आइजीएमसी में स्थित कैंसर अस्प्ताल में एचओडी ने पहले बिना जांचे कीमो देना शुरू कर दिया और बाद में कैंसर होने से मनाकर पेन कीलर देना शुरू कर दिया जिसमें उसकी मौत हो गयी।


Body:प्राप्त जानकारी के अनुसार शिमला में रहने वाले पूर्ण चंद शर्मा ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता मे कहा कि उनकी पत्नी को 15फरवरी 2015 में यूट्रेस में समस्या के कारण केएनएच अस्प्ताल मे चेक करवाया जहाँ चिकित्सक ने बिना जांचे कहा कि इन्हें कैंसर है और केम्सर अस्प्ताल में इलाज कराए। पूर्ण अपनी पत्नी को लेकर केंसर अस्प्ताल गया जहाँ चिकित्सको ने बिना टेस्ट किए कीमो देना शुरू कर दिया और 4 बार कीमो दिया ।उसके बाद बायप्सी करवाई । लेकिन इलाज के बाद कहा कि मरीज अब ठीक है कैंसर नही है। 2017 में महिला को फिर से बीमार हुई तब पूर्ण कैंसर अस्प्ताल ले गया जहाँ चिकित्सको ने कहा कि इन्हें चंडीगढ़ अस्प्ताल में स्थित आईबी अस्प्ताल मे पेट स्केन करवाए जिससे कैंसर के स्टेज का पता लगे।
पूर्ण ने जब चंडीगढ़ में पेट स्केन करवाया तो जसमे कैंसर डिटेक्ट हुआ वह भी स्पाइन में लास्ट स्टेज का ।लेकिन जब वह शिमला केंसर अस्प्ताल में रिपोर्ट लेकर गया तो चिकित्सको ने कहा कि ये रिपोर्ट गलत है महिला को कैंसर नही है इन्हें सिर्फ पेन किलर की दवाई दो। 26नवम्बर 2018 को महिला को जोर दर्द हुआ तो उसे फिर अस्प्ताल ले गए जहाँ उसे फिर पेन किलर दी और 27 नवम्बर 2018 को महिला की मौत हो गयी।



Conclusion:पूर्ण चंद का आरोप है कि उनकी पत्नी को कैंसर था यह बात केंसर अस्प्ताल के चिकित्सकों को पता थी लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती ओर पेन किलर की दवाई देते रहे।। पूर्ण ने मांग की है कि आरोपी एचओडी पर सख्त कार्यवाही की जाए अन्यथा वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
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